लगभग 30 से 40 साल पहले रायपुर शहर में 15 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल मिल जाया करता था। जुलाई का ये महीना ऐसे दिन लेकर आया है जब पेट्रोल पंप पर ईंधन का दाम 100 रुपए लिखा है। पेट्रोल की ये कीमत पहली बार शहर में देखी गई है। इस दाम से आम आदमी बेहद परेशान है। शहर के पेट्रोल पंप का जायजा लेने पर पता चला कि कुछ लोग जिनका काम पहले 100 रुपए के पेट्रोल में चल जाया करता था उनके साथ अब सीधे 200 रुपए का पेट्रोल खरीदने की मुसीबत आन पड़ी है।
कई परिवार अपने घर में खड़ी कार को बेहद मजबूरी में ही इस्तेमाल कर रहे हैं। रायपुर के मोती नगर स्थित एक पेट्रोल पंप पर कार में डीजल डलवाने आए ग्राहक ने बताया कि पहले हम 1 हजार रुपए का फ्यूल लेते थे अब 500 रुपए का ही ले रहे हैं, कार का इस्तेमाल बेहद कम कर दिया है क्या करें रेट ही इस कदर बढ़ रहे हैं। बेहद परेशानी है। रायपुर शहर के टिकरा पारा स्थित हरचंद राय फ्यूल स्टेशन पर मंगलवार को एक्सट्रा प्रीमियम पेट्रोल 101.28, सामान्य पेट्रोल 97.91 और डीजल 96.63 रुपए प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है।
पहले 1500 कमाते थे अब 500 रुपए भी नहीं बच पाते
रायपुर से धरसींवा तक एक मिनी टैम्पो चलाने वाले दशरथ ने बताया कि जो कमाते हैं डीजल भरवाने में चला जाता है। जब कुछ साल पहले 45 रुपए में डीजल मिलता था। तब 5 रुपए का किराया लेकर सवारियां ले जाते थे तो दिनभर में 1500 रुपए कमा लेते थे। आज 50 रुपए लेते हैं लेकिन दिन भर में 500 रुपए भी नहीं बच पाते। किसी कंपनी में मजदूरी करने जाउंगा तो 400 रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे, अपनी ही गाड़ी है इसलिए इसे ही चला रहा हूं।
पिछले एक साल में 20 रुपए की बढ़ोतरी हुई, टैक्स नहीं घटा तो और बढ़ेगा दाम
छत्तीसगढ़ के पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के सेक्रेटरी अकरम बुखारी ने बताया कि बीते एक साल में 20 रुपए तक पेट्रोल की कीमत बढ़ी है। क्रूड ऑयल 75 डॉलर के दाम पर बिक रहा है। एक अनुमान के मुताबिक ये 100 डॉलर प्रति बैरल के दाम को क्रॉस करेगा। इससे हमारे शहरों में 125 रुपए से ज्यादा की कीमत पर पेट्रोल मिलेगा। पिछले साल क्रूड ऑयल की कीमतें कम हुई तों सरकारों ने एक्साइस ड्यूटी कम नहीं की और पेट्रोल की कीमत कम नहीं हुई। अब भी अगर एक्साइज में कटौती की जाएगी तो पेट्रोल के दाम कुछ कम हो सकते हैं। इसके अलावा डीलर्स जब 60 रुपए प्रति लीटर में पेट्रोल बेच रहे थे तो उन्हें 2 रुपए प्रति लीटर कमीशन मिल रहा था। इसमें भी बढ़ोतरी की जानी चाहिए क्योंकि हमारे भी खर्च बढ़ गए हैं।
पेट्रोल से सरकारों की कमाई का गणित समझें
छत्तीसगढ़ में पिछले पांच माह (जनवरी से मई) में जीएसटी (गुड्स एवं सर्विस टैक्स) से केवल 2829 करोड़ रुपए मिले, जबकि पेट्रोल-डीजल और शराब से 3796 करोड़ रुपए मिले, जो जीएसटी के कुल कलेक्शन से 967 करोड़ रुपए ज्यादा है। पिछले पांच माह में राज्य सरकार को शराब से 1690 करोड़ और पेट्रोल-डीजल-एटीएफ (एयर ट्रैफिक फ्यूल) से 2106 करोड़ की कमाई हुई। 100 रुपए लीटर पेट्रोल में केंद्र को मिलते हैं 39 रुपए तो राज्य को भी 27 रुपए मिलते हैं। प्रदेश में आज तक भाजपा या कांग्रेस की सरकार ने टैक्स कम कर पेट्रोल की कीमत कम करने का प्रयास नहीं किया। हालांकि दाम बढ़ने पर सभी पार्टियां विरोध जरूर करती हैं।
बाबा राम देव सस्ता करवाएं पेट्रोल
पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ अभियान के तहत कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने सोमवार को बाबा रामदेव को देहरादून से दिल्ली की हवाई यात्रा का टिकट पोस्ट के जरिए भेजा उनसे अनुरोध किया कि दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से बात करें और पेट्रोल, डीजल की कीमत 35 रू. लीटर एवं रसोई गैस की क़ीमत 250 रू. करवाएं। विनोद तिवारी ने कहा कि 2014 से पहले बाबा रामदेव ही भाजपा-संघ खेमे के प्रमुख अर्थशास्त्री थे और उन्होंने कई जगहों पर दावा किया कि मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही पेट्रोल-डीजल अपने बेसीक मूल्य पर बिकेगा और कीमते 35 रू. प्रति लीटर एवं रसोई गैस 250 रू. हो जायेगी, उन्होंने तब दावा किया था कि 50 साल तक टैक्स नहीं लगाया जाएगा।