रायपुर, देश को गुलामी की जंजीर से निकालने और असहयोग आंदोलन के दौरान कांग्रेस पार्टी की सहायता के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वानर सेना बनाई थी। अब देश में कांग्रेस का पुराना दौर लाने के लिए कांग्रेस फिर से वानर सेना की तर्ज पर किशोरों और युवाओं की सेना तैयार करने में लगी है। इसके लिए एक अलग संगठन बनाया गया है, जिसमें किशोर और युवाओं को जोड़ने का काम चल रहा है। छत्तीसगढ़ में संगठन को और मजबूती से खड़ा करने की कवायद की जा रही है।
कांग्रेस ने जवाहर बाल मंच के नाम से संगठन बनाया है। इस संगठन में 10 से 17 वर्ष की आयु वालों को जोड़ना है। छत्तीसगढ़ में जवाहर बाल मंच की कमान कुलिशा मिश्रा को सौंपी गई है। जवाहर बाल मंच का विस्तार न केवल जिला, बल्कि विधानसभा क्षेत्रवार किया जा रहा है। जवाहर बाल मंच के पदाधिकारियों ने बताया कि जवाहर मंच से कम आयु के लोगों को जोड़ने का उद्देश्य यह है कि कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ने वाले लोग लंबे समय तक काम करे। एक तरह से जवाहर मंच के लोग कांग्रेस के आधार के रूप में काम काम करेंगे।
मिशन-2023 में लिया जाएगा काम
जवाहर बाल मंच का विस्तार प्रदेश स्तर से लेकर जिला और ब्लाक स्तर तक किया जाएगा। आगामी चुनाव से पहले जवाहर मंच की बड़ी टीम खड़ी हो जाएगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों का कहना है कि मिशन-2023 में जवाहर मंच को लगाया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम का कहना है कि जवाहर बाल मंच कांग्रेस संगठन का ही हिस्सा है।
कांग्रेस के महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने मिशन-2023 के तहत प्रदेश की कांग्रेस सरकार की योजनाओं और कामकाज को जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी संगठन को दी है। मरकाम का कहना है कि न सिर्फ जवाहर बाल मंच, बल्कि संगठन के सभी मोर्चा और विभागों के लिए मिशन-2023 की जिम्मेदारियां और काम तय किए जाने हैं।