कब मिलेगा साक्षी को सिस्टम से इंसाफ: न्याय दिलाने सामने आ रहे कई संगठन
रायपुर। राजधानी रायपुर के AIIMS में साक्षी दुबे ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. खुदकुशी को 11 दिन बीत गए हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करती नहीं दिख रही है. साक्षी के दोषी बेखौफ होकर घूम रहे हैं. पुलिस मामले में HOD डॉ नारेंद्र कुमार बोदे को पूछताछ के लिए बुलाई थी, लेकिन अब तक कुछ निर्णायक कार्रवाई नहीं हुई है. परिजनों का हाल बेहाल है, जिनका दुख सुनने वाला कोई नहीं दिख रहा है. साक्षी को न्याय दिलाने के लिए अब कई संगठन सामने आ रहे हैं. JCCJ ने भी साक्षी को इंसाफ दिलाने के लिए रायपुर SSP अजय कुमार यादव के नाम ज्ञापन सौंपा.
साक्षी दुबे को न्याय दिलाने की मांग
इस दौरान अजीत जोगी संगठन के लोगों ने कहा कि खुदकुशी को 11 दिन बीत गए हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करती नहीं दिख रही है. पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. संगठन ने साक्षी की मौत के पीछे राज्य सरकार को दोषी ठहराया है. साथ ही साक्षी को न्याय दिलाने के लिए कई संगठन उग्र आंदोलन की तैयारी में हैं. साथ ही कई जिलों में साक्षी को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन किए जा रहे हैं.
अजीत जोगी संगठन के प्रतिनिधित्व मंडल ने आरोप लगाया कि एम्स अस्पताल एचओडी के द्वारा लगातार पिछले कई महीनों से साक्षी दुबे को प्रताड़ित करने का काम करते आ रहे थे, जिसके चलते हमारी बहन साक्षी दुबे ने यह बड़ा कदम आत्महत्या जैसे करने का साहस जुटाया. अंत में थक हार कर परेशान होकर आत्महत्या कर ली.
साक्षी सुसाइड मामले में टीम मानवता ने साक्षी के परिजनों को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है. टीम मानवता ने बिलासपुर के रिवरव्यू में काफी संख्या में एकत्रित होकर साक्षी दुबे को इंसाफ दिलाने की मांग की. मानवता के संस्थापक राजीव चौबे ने बताया कि हमारी मांग है कि इस केस में स्वत्रंत न्यायिक जांच हो, जिससे सच्चाई सामने आएगी.
उन्होंने कहा कि HOD डॉ नरेंद्र बोदे की गतिविधियां संदिग्ध लग रही है. हमारी मांग है कि एम्स प्रशासन सबसे पहले उनको पद से तत्काल हटाए, जिससे जांच निष्पक्ष हो सके. इस दौरान भारी संख्या में शहरवासियों ने बेटी को श्रद्धांजलि देने उमड़ पड़ी. हर सख्श एम्स प्रशासन के इस अमानवीय रवैये को लेकर नाराजदगी जाहिर किया.