रायपुर। नगर निगम सामान्य सभा की बैठक कल तक के लिए स्थगित हो गई है. पिछले 8 घंटों से सभा चल रही थी. सभा में 17 एजेंडों पर चर्चाएं हुई. कई एजेंडों पर पक्ष-विपक्ष पर जमकर बहस हुई. नगर की सामान्य सभा हंगामे और बहस के साथ शुरू हुई. शुरुआत में दो निर्दलीय पार्षदों ने बैठक व्यवस्था को लेकर आपत्ति जताई. आपत्ति के साथ दोनों पार्षद सदन के अंदर जमीन पर ही बैठ गए. बैठक व्यवस्था को विपक्ष ने भी मुद्दा बनाया और घंटे भर तक इस मामले में जमकर बहस हुई.
सदन के नेता एजाज ढेबर और सभापति महापौर ने नाराज पार्षदों को समझाने की पूरी कोशिश की बावजूद इसके बात नहीं बनी. काफी समय बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई, जिसमें पूर्व के सामान्य विषयों की पुष्टि काल मे पक्ष विपक्ष के सदस्य 2 घंटे तक सदन में टाइम पास करते दिखाई दिए.
अपने अपने मोबाइल में व्यस्त पार्षदों की तस्वीरें कैमरे में कैद हुई. तय समय से काफी देर बाद प्रश्नकाल में सदन में कई विषयों पर बहस देखने को मिली. विपक्ष ने तुंहर सरकार तुंहर द्वार अभियान के खर्चे से लेकर अभियान में आए आवेदनों पर जमकर बहस देखने को मिली. विपक्ष ने इस अभियान पर कई सवाल उठाते हुए योजना को फेल करार दिया तो सत्तापक्ष इस अभियान की तारीफ करते नजर आया.
भोजन अवकाश के बाद सदन में चौक चौराहों के नामकरण के मुद्दे पर विपक्ष ने एक बार फिर जमकर हंगामा किया. संत मदर टेरेसा की आदमकद मूर्ति स्थापना का मामला धर्मांतरण तक पहुंच गया. बीजेपी पार्षद विश्वदिनी पांडे ने मदर टेरेसा इलाके में धर्मांतरण होने जैसें गंभीर आरोप लगाए. धर्मांतरण विषय पर जमकर बहस के बाद शहर के अलग अलग 12 चौक चौराहों के नामकरण का प्रस्ताव संख्या बल के आधार पर पारित हुए.
निगम के उद्यानों के 5 प्रतिशत जमीन में चौपाटी खुलेगी. उद्यानों की 5 प्रतिशत जमीन को किराए में देने का प्रस्ताव भी पास हुआ है. शहर की सड़कों की सफाई मशीनों से कराने के प्रस्ताव पर विपक्ष के विरोध के बाद भी प्रस्ताव पारित हुआ. सड़कों की 84 किलोमीटर सड़क की मशीन से सफाई पर हर महीने 92 लाख लाख रुपए खर्च करने का प्रस्ताव लाया गया था. 21 एजेंडों पर चर्चा के दौरान एक एजेंडा विलोपित भी किया गया. गोलबाजार में दुकानों के मालिकाना हक दिलाने के प्रस्ताव पर भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया.