रायपुर। छत्तीसगढ़ में 17 नए कोयला खदानों की नीलामी की अनुमति मिलने पर बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा ने सवाल उठाया है. रणदीप हुड्डा ने ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ में बिना कोयले की मांग में वृद्धि के 17 और खदानों को मंज़ूरी दे दी गई. तेंदुए, हाथियों, भालू और बाघों की बड़ी आबादी को नहीं बख्शा गया, क्योंकि वो वोट नहीं देते ? क्लाईमेट क्राइसेस का क्या ?
दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के 18 में से 17 कोयला खदानों की नीलामी को मंजूरी दे दी है. केंद्रीय कोयला मंत्रालय ने इन खदानों का चयन किया है. इसके साथ ही राज्य कैबिनेट ने सरगुजा के चिरंगा में स्थापित हो रहे निजी एल्युमिनियम प्लांट को छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम (सीएमडीसी) के माध्यम से हर वर्ष अधिकतम 2.5 लाख टन बाक्साइड अयस्क देने के लिए लांग टर्म लिंकेज पॉलिसी का अनुमोदन किया है.
कोयला खदानों की मंजूरी मिलने से वन्यजीव समृद्ध क्षेत्रों में खनन गतिविधियों के प्रभाव पर चिंताएं पैदा हो रही हैं, जहां कई हाथियों, भालू और तेंदुओं का घर है. जानकारों का मानना है कि कोयले की मांग में कोई वृद्धि नहीं होने के बावजूद मंजूरी दी गई. इससे जानवरों पर खतरा बढ़ गया है.
बता दें कि हाल ही में रणदीप हुड्डा का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें वो मायावती को लेकर कुछ ऐसा कमेंट कर देते हैं, जो लोगों को पसंद नहीं आया. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर एक्टर को अरेस्ट करने की मांग भी उठी थी. जिसके बाद एक्टर रणदीप हुड्डा को यूनाइटेड नेशन ने जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण सम्मेलन (सीएमएस) के एम्बेसडर पद से हटा दिया था.