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आज से रविवारीय संयोग वाला सावन माह, हरेली-रक्षाबंधन भी रविवार को

रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Sawan 2021: इस बार सावन 29 दिनों का है। सावन में पांच रविवार का अनोखा संयोग बन रहा है, 25 जुलाई को ही सावन की शुरुआत हो रही है और सावन माह का समापन भी 22 अगस्त रविवार के दिन ही होगा। हरियाली अमावस्या और रक्षाबंधन का संयोग भी रविवार को ही पड़ रहा है। तीसरे रविवार यानी आठ अगस्त को हरियाली अमावस्या पर घर-घर में हरियाली छाएगी। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस भी रविवार को है और सावन के अंतिम रविवार को भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन मनाया जाएगा।

मंदिर के पुजारी पं. सुरेश गोस्वामी ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए प्रशासन ने मंदिरों में ज्यादा भीड़ एकत्रित न होने और गर्भगृह तक श्रद्धालुओं को नहीं जाने का नियम लागू किया है। इसके चलते शिवालयों में श्रद्धालुओं को गर्भगृह तक प्रवेश नहीं मिलेगा। 10 फीट दूर से ही भक्त दर्शन कर सकें

घर में अभिषेक

राजधानी के दो प्रमुख ऐतिहासिक मंदिरों महादेवघाट के हटकेश्वर महादेव एवं बूढ़ातालाब के बूढ़ेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने गर्भगृह तक श्रद्धालुओं को अनुमति नहीं मिलने से भक्तगण अपने घर पर ही शिवलिंग की स्थापना करके जलाभिषेक की परंपरा निभाएंगे। मंदिरों में केवल दर्शन की अनुमति होगी। प्रवेश से पहले सैनिटाइज और थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।

51 फीट ऊंची प्रतिमा की जटा से जलधारा

राजधानी में 20 फीट से ऊंची तीन प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र रहेंगी। इसी साल मोतीबाग के समीप 51 फीट ऊंची प्रतिमा प्रतिष्ठापित की गई है। मंदिर समिति के श्याम चावला ने बताया कि बैजनाथपारा के समीप स्थित इस प्रतिमा का नामकरण झारखंड के पवित्र बैजनाथ धाम की तर्ज पर बैजनाथ धाम मंदिर रखा गया है। शिव प्रतिमा की जटा से गंगा की धारा प्रवाहित करने की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक सोमवार को जटा से निरंतर जलधारा प्रवाहित होगी। यह प्रतिमा वॉटर प्रूफ है और बताया जा रहा है कि आंधी, तूफान से भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

बूढ़ेश्वर मंदिर

बूढ़ातालाब के समीप स्थित बूढ़ेश्वर मंदिर में भी भक्तों को बिना मास्क लगाए प्रवेश नहीं दिया जाएगा। द्वार पर ही थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज करने के बाद प्रवेश मिलेगा। लगभग 10 फीट की दूरी से शिवलिंग का दर्शन किया जा सकेगा। आरती में भी सीमित संख्या में भक्त शामिल होंगे।

मठपारा स्थित 20 फीट ऊंची नीलकंठेश्वर प्रतिमा का दर्शन करने विशेष व्यवस्था की जा रही है। मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश दिया जाएगा।

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