संसद के मानसून सत्र में विपक्ष का हंगामा जारी है। मंगलवार को भी विपक्षी दलों ने भारी हंगामा किया, जिसके कारण सदन के दोनों सत्रों की कार्रवाई रोकना पड़ी। मंगलवार को सरकार ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के उस ट्वीट पर आपत्ति दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘सरकार संसद में बेहद जल्दबाजी में बिल पारित करवा रही है। औसतन 7 मिनट में कम समय में एक विधेयक पारित कराया जा रहा है क्या हम पापड़ी चाट बना रहे हैं?’ डेरेक ओ ब्रायन के इस ट्वीट पर संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आपत्ति दर्ज करवाई। इसके बाद लोकसभा में संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने इस बयान को संसद का अपमान बताया। बता दें, यह पहली बार नहीं है जब डेरेक ओ ब्रायन ने ऐसा बयान दिया हो। इससे पहले साल 2019 में उन्होंने ट्रिपल तलाक कानून पारित किए जाने पर कहा था कि क्या हम पिज्जा डिलिवर कर रहे हैं?
राहुल गांधी की बैठक में नहीं पहुंची बसपा और आप
संसद के मानसून सत्र में अब तक हंगामा ही हंगामा हुआ है। इस बीच, आगे की रणनीति को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह कॉन्टिट्यूशन क्लब में विपक्षी दलों की अहम बैठक बुलाई। राहुल गांधी ने ब्रेक फास्ट पर 17 विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाया था, लेकिन 15 दल के नेता ही पहुंचे। बैठक में टीएमसी, सपा और आरजेडी के नेताओं ने हिस्सा लिया। हालांकि मायावती की पार्टी बसपा और अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप ने खुद को इस बैठक से दूर रखा है। बैठक में शामिल होने वाले अन्य दल हैं CPI, CPI (M), AAP, IUML, RSP, KCM, VCK। एजेंडा जासूसी कांड और किसान आंदोलन समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाना है। खासतौर पर जासूसी कांड को लेकर विपक्ष मुखर है। नीतीश कुमार और जीतनराम मांझी जैसे नेताओं के बयान भी विपक्ष के लिए हथियार बन रहे हैं। नीतीश कुमार के साथ ही मांझी भी कह चुके है कि सरकार को जासूसी कांड की जांच करवा लेना चाहिए। राहुल गांधी की इस बैठक में कांग्रेस के सभी लोकसभा सांसद और राज्यसभा सदस्य शामिल हो रहे हैं।भाजपा संसदीय दल की बैठक: इस बीच, भाजपा भी आगे की रणनीति बनाने में जुटी है। पार्टी का कहना है कि वह हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, बस विपक्ष सदन में हंगामा न करे। मंगलवार सुबह भी भाजपा संसदीय दल की बैठक हो रही है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा ले रहे हैं।