नए चुनाव 2021 के बाद चैंबर आफ कामर्स एण्ड एण्डस्ट्रीज की नई कार्यकारिणी की बैठक 31 जुलाई को हुई। छग चैंबर आफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के प्रदेश मंत्री व गरियाबंद प्रभारी मंत्री अरेन्द्र पहाड़िया ने बताया कि इसमे पूरे छग से चुने हुए प्रतिनिधियों सहित मनोनीत पदाधिकारी, विभिन्ना व्यापारी संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का संचालन करते हुए
फिंगेश्वर। नए चुनाव 2021 के बाद चैंबर आफ कामर्स एण्ड एण्डस्ट्रीज की नई कार्यकारिणी की बैठक 31 जुलाई को हुई।
छग चैंबर आफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के प्रदेश मंत्री व गरियाबंद प्रभारी मंत्री अरेन्द्र पहाड़िया ने बताया कि इसमे पूरे छग से चुने हुए प्रतिनिधियों सहित मनोनीत पदाधिकारी, विभिन्ना व्यापारी संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का संचालन करते हुए महामंत्री अजय भसीन ने नई कार्यकारिणी का परिचय कराते हुए चैंबर की आगामी कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा ने आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया जिसमें उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकृत किया।
सभा को संबोधित करते हुए अध्यक्ष अमर परवानी ने काफी विस्तार में चैंबर की गतिविधियों एवं व्यापार तथा व्यापारी हित में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। बैठक में भाग लेने गए छग चैंबर आफ कामर्स के मंत्री गरियाबंद जिला प्रभारी अरेन्द्र पहाड़िया ने बताया कि बैठक के बीच में जब सदस्यों से उनकी राय, अनुभव एवं कठिनाइयों के बारे में चर्चा चल रही थी तो चैंबर के पूर्व महामंत्री राजेश वासवानी ने बीच में खड़े होकर अपनी बात कहनी चाही। उनके हाव-भाव देखकर संचालक अजय भसीन ने वासवानी को अपनी बात रखने का मौका दिया तो वे इस जिद में अड़ गए कि वे मुख्य मंच से ही बोलना चाहेंगे, जबकि इसके पूर्व अपनी बात बोलने वाले सभी लोगों को अपने स्थान से ही बोलने का मौका दिया जा रहा था। उन्हें काफी मनाया गया पर वे मंच से ही मौका देने पर लगे रहे। इस पर मंच पर बैठे अध्यक्ष परवानी उन्हें मंच पर आमंत्रित किया। मंच से जब अपने उद्बोधन में वासवानी ने कार्यकारिणी पर आरोप लगाने लगे तो पूरे सदन में आक्रोश फैल गया और उपस्थित पदाधिकारियों ने कहा कि सभी को अपनी जगह से बोलने का मौका मिला है तो इन्हें मुख्य मंच से उतरकर अपनी बात कहने कहा जाए। इस विषय पर विवाद काफी बढ़ गया। वासवानी के पक्ष में चैंबर के पूर्व महामंत्री लालचंद गुलवानी एवं प्रकाश लालवानी भी सामने आ गए। जिससे सभा भवन में आपा-धापी शुरू हो गई। इस स्थिति में अध्यक्ष अमर परवानी ने सदस्यों को शांत किया। इससे विरोध करने वाले षड्यंत्रपूर्वक सदन में व्यवधान करने के उद्देश्य से आए तीनों प्रतिनिधियों को वहां से भागना पड़ा। यहां यह बताना लाजिमी है कि चैंबर के पिछले कार्यकाल में भी ऐसे ही तत्वों के कारण ही तत्कालीन अध्यक्ष जैन जितेन्द्र बरलोटा चाहकर भी चैंबर की गतिविधि को पूरे तीन साल तक अपनी पूरी ऊर्जा के साथ संचालित नहीं कर पाए थे। इससें ऐसे लोगों के हौसले काफी बुलंद थे और उनकी मंशा थी कि इसी प्रकार की हरकतों से वे नए कार्यकारिणी को भी काम नहीं करने देंगे। जबकि उनकी मंशा को समझते हुए उपस्थित पूरे सदन में उनकी गतिविधियों के
खिलाफ निंदा प्रस्ताव कर इस पूरे मामले को चैंबर की अनुशासन समिति के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रस्ताव किया। जिसें सर्वसम्मत से पास किया गया।
बैठक में चैंबर के विस्तार के लिए अनेक महत्वपूर्ण प्रस्ताव किए गए। सभा के अंत में मनमोह अग्रवाल, राजेन्द्र जग्गी, सिंहदेव आदि ने भी सदन को संबोधित किया। सभा का संचालन महामंत्री अजय भसीन एवं आभार अध्यक्ष परवानी ने प्रस्तुत किया। पहाड़िया ने बताया कि कार्यकारिणी की प्रथम बैठक में सभी सदस्यों ने प्रसन्नाता व्यक्त करते हुए प्रति तीन माह में आवश्यक रूप सें कार्यकारिणी बैठक होने की मंशा व्यक्त किया। बैठक में फिंगेश्वर व्यापारी संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा, फिंगेश्वर दवाई विक्रेता संघ के अनिल चंद्राकर, गरियाबंद के ज्वेलर्स व्यापारी धीरज सोनी, छग चैंबर के प्रदेश उपाध्यक्ष जय साहू आदि उपस्थित थे।