मुंबई. बांग्लादेशी अभिनेत्री Pori Moni को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. दरअसल, बांग्लादेश की एक लोकप्रिय अभिनेत्री पोरी मोनी ने दो महीने पहले 8 जून को बोट क्लब में बलात्कार और हत्या करने का आरोप लगाया था, लेकिन अब Pori Moni को ही पुलिस की एंटी क्राइम यूनिट रैपिड एक्शन बटालियन ने हिरासत में ले लिया है.
घर पड़ा छापा
बता दें कि RAB के कानूनी और मीडिया विंग के निदेशक कमांडर खांडाकर अल मोइन ने इसकी पुष्टि की है. ढाका के बनानी में Pori Moni के आवास पर चार घंटे की छापेमारी के बाद बुधवार रात करीब 9 बजे उन्हें कुलीन बल के मुख्यालय ले जाया गया. अभिनेत्री Pori Moni को हिरासत में लेने से पहले, RAB ने दावा किया कि उन्होंने छापेमारी के दौरान उसके घर से ड्रग्स और शराब बरामद किया था.
अभिनेत्री Pori Moni के नाम से मशहूर शमसुन्नहर स्मृति ने दावा किया था, कि 8 जून को बोट क्लब के पूर्व अध्यक्ष और एक व्यापारी और राजनेता गुलशन ऑल कम्युनिटी क्लब के निदेशक नासिर उद्दीन महमूद ने उन पर हमला किया था. उसने महमूद पर बोट क्लब में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. लेकिन वह कोई मामला दर्ज करने में विफल रही, क्योंकि आरोपी बांग्लादेश की पुलिस महानिरीक्षक बेनजीर अहमद का करीबी दोस्त हैं.
आरोपी को भी किया गया था गिरफ्तार
महमूद को पुलिस की जासूसी शाखा ने तीन महिलाओं और उसके करीबी सहयोगी तुहिन सिद्दीकी ओमी, एक ड्रग डीलर के साथ गिरफ्तार किया था, जब उन्होंने महिला तस्करी और ड्रग डीलिंग के अपने अपराधों को कबूल कर लिया था. एक हफ्ते बाद, पोरी मोनी पर 7 जून की रात गुलशन ऑल कम्युनिटी क्लब में के.एम. क्लब के अध्यक्ष आलमगीर इकबाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद जशीम ने नारकोटिक एक्ट के तहत दर्ज मामले में जमानत का आदेश दिया. इसके बाद, महमूद और उसके सहयोगियों लिपि अख्तर, सुमी अख्तर और नजमा अमीन स्निग्धा को रिहा कर दिया गया. महमूद जेल में नहीं था, बल्कि करीब 15 दिनों से पुलिस हिरासत में था.
फेसबुक लाइव आकर एक्ट्रेस ने मांगी थी मदद
बुधवार दोपहर को Pori Moni ने अपने घर से फेसबुक लाइव में मदद मांगते हुए पुलिस से गुहार लगाई थी कि ‘भाई, आप मेरी हालत समझ रहे हैं. बनानी थाने से कोई नहीं आ रहा है. मुझे उनकी मदद की जरूरत है. मुझे डर लग रहा है. तीन दिनों से मैं बिस्तर से नहीं उठ सकी हूं.’
एक्ट्रेस Pori Moni ने ये भी दावा किया कि कोई उनके घर के गेट पर 20 मिनट से आवाज कर रहा है. ‘मुझे दरवाजा खोलने में डर लग रहा है. वे खुद को पुलिसकर्मी बता रहे हैं. लेकिन जब मैंने बनानी पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा, उनके पुलिस स्टेशन से कोई पुलिसकर्मी नहीं भेजा गया.’ ‘