छत्तीसगढ़

सीमैप लखनऊ द्वारा ऐरोमेटिक कोण्डानार में दिया जायेगा तकनीकी सहयोग

सीमैप के वैज्ञानिकों एवं कलेक्टर की वर्चुअल बैठक में सुगंधित फसलों की खेती पर हुई चर्चा

कोंडागांव। जिले में सुगंधित फसलों की खेती के लिये जिला प्रशासन द्वारा केन्द्रीय औषधीय एव सुगंधित पौधा संस्थान (सीमैप) लखनऊ की सहायता से सुगंधित फसलों की खेती हेतु विभिन्न विषयों पर तकनीकी सहायता एवं सुझावों हेतु निर्णय लिया गया है। जिसके तहत् कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा सीमैप के वैज्ञानिकों के साथ वर्चुअल बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में सीमैप की ओर से सीमैप डायरेक्टर डॉ0 प्रबोध त्रिवेदी, वैज्ञानिक डॉ0 संजय कुमार, सनफ्लैग एग्रो प्रा.लि. से रजनीश अवस्थी एवं जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर सहित एसडीओ उद्यानिकी लोकेश धु्रव, एसडीओ कृषि उग्रेश देवांगन, डीएमएम बिहान विनज सिंह, एसडीओ वन भी उपस्थित रहे। इस बैठक में ऐरोमेटिक कोण्डानार के द्वारा जिले को अरोमा हब के रूप में विकसित करने के लिए विस्तृत रणनीति पर चर्चा की गई। जिसके अंतर्गत सीमैप द्वारा दल गठित कर इस माह के अंत तक जिले में आ कर जिला प्रशासन के साथ तकनीकी सहयोग, नर्सरी विकास एवं बाजार लिंकेज हेतु एमओयू पर निर्णय लेगी। इसके तहत् सीमैप द्वारा जिले की किसानों, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों एवं मैदानी कर्मचारियों को सुगंधित फसलों की खेती हेतु प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त सीमैप द्वारा जिले की जलवायु एवं मिट्टी का परिक्षण कर फसलों का चयन एवं उनके बेहतर उत्पादन हेतु विधियों के संबंध में सुझाव प्रशासन को दिये जायेंगे साथ ही सीमैप औषधीय फसलों के उत्पादन एवं उनके बाजारों से लिंकेज हेतु सहायता एवं सलाह प्रदान करेगा। केन्द्रीय औषधीय एव सुगंधित पौधा संस्थान (सीमैप) एक बहुआयामी राष्ट्रीय प्रयोगशाला है। जो औषधीय एवं सुगंधित पौधों के क्षेत्र में शोध, विकास एवं प्रचार-प्रसार का कार्य करती है। यह संस्थान अपने चार संसाधन केन्द्रों एवं ज्ञान केन्द्रों के माध्यम से भारत के विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में कार्यरत है इसका मुख्यालय लखनऊ में स्थापित है।

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