छत्तीसगढ़

हिंदी दिवस पर कब बुलबुल ने सुलेख लेखन व सामूहिक पुस्तक वाचन का आयोजन

कोंडागांव। 14 सितबंर 2021 को भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के प्रांतीय निर्देशानुसार एवं जिला संघ कोंडागांव के मार्गदर्शन में व कब मास्टर पवन साहू के नेतृत्व में कब बुलबुल दल शासकीय प्राथमिक शाला मुरारी पारा बड़े बेंदरी में हिंदी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कब बुलबुल के छात्र-छात्राओं द्वारा सामूहिक रूप से हिंदी पुस्तक वाचन किया गया । तथा हिंदी में सुलेख कार्य करवाया गया। सुलेख कार्य में कक्षा पांचवी से कुमारी खुशबू यादव प्रथम, यशवंत यादव द्वितीय एवं सुरेंद्र मंडावी तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा चौथी में कुमारी गरिमा प्रथम ,प्रीतम मंडावी द्वितीय स्थान प्राप्त किया ।उपरोक्त प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को लेखनी भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कब मास्टर पवन साहू एवं श्रीमती उत्तरा साहू ने हिंदी दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी को राजभाषा का दर्जा 14 सितंबर 1949 को मिला इसलिए प्रति वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है । भारत में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा हिंदी है जोकि छत्तीसगढ़ ,मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड ,हरियाणा ,राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र जैसे अधिकांश राज्यों में राष्ट्रभाषा हिंदी बोली जाती है। भारत देश में अनेक भाषाओ एवं बोलियों का देश है जिसके कारण विभिन्नता देखने को मिलती है। इस विभिन्नता में एकता लाने के लिए राष्ट्रभाषा हिंदी दिवस मनाया जाता है। 1918 में हिंदी साहित्य सम्मेलन में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए पहल किया था। गांधी जी ने हिंदी को जनमानस की भाषा भी बताया गया है।

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