मुख्यमंत्री ने गोंडी बोली एप्प का किया लांच
कोंडागांव।
गुरुवार को राज्यस्तरीय मेले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं सांसद राहुल गांधी द्वारा आदिवासी संस्कृति प्राचीन गोंडी बोली के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु जिला प्रशासन द्वारा गोंडी बोली एप्प को लांच किया गया। ज्ञात हो कि जिला प्रशासन द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के मार्गदर्शन में आदिवासी संस्कृति बोली के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में बस्तर की प्रमुख प्राचीन गोंडी बोली की 03 हजार शब्दों का शब्दकोश एप्प कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके पश्चात् हल्बी बोली की भी संवर्धन के साथ-साथ आदिवासी समुदाय के लिये प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा तथा आदिवासी संस्कृति एवं धरोहरों का दस्तावेजीकरण तथा इसके बेहतर विकास के लिये वेबसाईट निर्माण का कार्य भी कराया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने आदिवासी संस्कृति एवं बोली के संरक्षण हेतु किए जा रहे प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि किसी भी आदिम संस्कृति एवं सभ्यता का विकास उनकी भाषा एवं बोली से ही परिलक्षित होता है तथा आदिम सभ्यता की बोलियों के विकास से आदिवासी जनजातीय क्षेत्रों के लोगों में आत्मविश्वास एवं स्वाभिमान की भावना को बल मिलता है। गोंडी बोली के विकास से बस्तर संभाग की आगे आने वाली पीढ़ियों को अपनी स्थानीय भाषा में ही विभिन्न विषयों का ज्ञान प्राप्त होगा। जिससे भी आसानी से प्रगतिशील समाज की रीतियों को स्थानीय भाषा में ही सीख सकेंगे और भाषा की समृद्धता के साथ समाज का भी विकास होगा। इन प्रयासों की सांसद राहुल गांधी द्वारा भी प्रशंसा की गई।