स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल में शिक्षक भर्ती में हुआ भष्ट्राचार, पहला पायदान वाला अभ्यार्थी पांचवे पायदान में न्याय के लिए दर दर भटक रहा
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितता को लेकर न्याय की आस में दर-दर भटक रहा बेरोजगार युवक । स्थानीय बेरोजगार की अनदेखी कर अन्य राज्य की आवेदिका को दी नियुक्ति । कलेक्टर ,कमिश्नर ,शिक्षा मंत्री ,मुख्यमंत्री, अपने क्षेत्र के केशकाल विधायक शिकायत पत्र दिया गया । लेकिन आवेदक को आज तक किसी भी तरह की न्याय नहीं मिल पाया । सूचना के अधिकार से आवेदन को पता चला अनियमितता। आवेदन ने कहा शिक्षक भर्ती में पैसे देकर लगें हैं लोग तभी तो मेरे शिकायतों आज तक जांच नही ।
वीओ- छत्तीसगढ़ सरकार ने स्थानीय स्तर पर बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न ब्लाकों में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की स्थापना की गई।जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल सोसाइटी में शिक्षकीय पदों पर नियुक्ति के दौरान गठित चयन समिति द्वारा अनियमितता बरतते हुए स्थानीय शिक्षित बेरोजगार की अनदेखी कर अन्य राज्य की आवेदिका को नियुक्ति देनेे का मामला गुरुवार को सामने आया । चयन सूची जारी होने के बाद 2021 में आवेदक ने शिकायत पत्र से कलेक्टर ,कमिश्नर ,शिक्षा मंत्री ,मुख्यमंत्री तक को अवगत करा चुका।लेकिन आवेदक को आज तक किसी भी तरह की न्याय नहीं मिल पाया ,जिससे परेशान आवेदक न्याय की आस में दर-दर भटक रहा।
आत्मानंद विद्यालयों में शिक्षककीय पदों पर संविदा नियुक्ति के लिए लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ नया रायपुर पत्र क्रमांक / स्वा.आ.अ.मा./2021-22/161 रायपुर दिनांक 10 मई 2021 को आदेश जारी किया था। मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के तहत जिले के विभिन्न ब्लाकों में स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी स्कूल सोसाइटी द्वारा कुल 136 शिक्षकीय पदों के लिए पृथक पृथक आवेदन आमंत्रित किए गए थे।
नियुक्ति से संबंधित गाइडलाइन
नियुक्ति से संबंधित दिशानिर्देशों के मुताबिक
शैक्षणिक अहर्ता व्याख्याता संस्कृत के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय व संस्थान से न्यूनतम 50% अंकों के साथ संस्कृत साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि एवं बी एड सहित कोंडागांव जिले के अभ्यर्थियों को चयन में प्राथमिकता देने व रिक्त पदो के अनुरूप आवेदन प्राप्त ना होने की स्थिति में बस्तर संभाग उसके बाद राज्य स्तर के आवेदको को प्राथमिकता देने का स्पष्ट उल्लेख है ।
अभ्यार्थी सिया लाल नाग ने दावा किया
व्याख्याता संस्कृत के चार अनारक्षित पदों के दस्तावेज सत्यापन एवं साक्षात्कार के लिए जिले के 12 अभ्यार्थियों को सूची जारी की गई थी। जिसमें मेरा नाम प्रथम स्थान पर और रितु मिश्रा का नाम दूसरे स्थान पर रहा , साक्षात्कार के बाद चयन सूची जारी की गई जिसमें रितु मिश्रा प्रथम स्थान पर और मेरे नाम को पांचवें स्थान पर प्रतीक्षा सूची में रखा गया। और नियुक्ति सेेे बाहर हुआ ।जब सूचना के अधिकार के तहत नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज हासिल किया उसमें शिक्षकिय पदों पर नियुक्ति के लिए स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता देने का स्पष्ट उल्लेख है। प्राप्त दस्तावेजों के मुताबिक श्रीमती रितु मिश्रा नामक जिस महिला की नियुक्ति हुई है ,वर्तमान में जबलपुर मध्य प्रदेश की निवासी है,
-भर्ती के लिए जारी दावा आपत्ति के दौरान श्रीमती रितु मिश्रा के निवास का संपूर्ण पता न लिख कर केवल गृह निवास का पता कोंडागांव लिखा गया है।
-वहीं 22,10 ,2012 को जारी पहले आधार कार्ड में रितु मिश्रा पति विवेक मिश्रा निवासी जबलपुर मध्य प्रदेश तथा उक्त तिथि पर जारी दूसरे आधार कार्ड में रितू मिश्रा 147 वार्ड नंबर 4 प्लॉट पारा हॉस्पिटल के पास फरसगांव जिला कोंडागांव अंकित है ।
किसान परिवार से संबंधित अभ्यार्थी
जिले के फरसगांव ब्लॉक अंतर्गत आने वाले खंडसरा पंचायत के आश्रित ग्राम मडकड़ा निवासी सिया लाल नाग किसान परिवार से संबंधित है। अति संवेदनशील पिछड़े क्षेत्र में निवासरत आदिवासी परिवार से निकलकर तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए स्नातक तथा संस्कृत व राजनीति में स्नातकोत्तर ,बी एड, सहित अन्य डिग्रियां हासिल कर चुका हैं।वर्तमान में बस्तर विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहा हैं।
सूत्र के हवाले से बड़ी रकम दे कर शिक्षको की हुई भर्ती
आपको बतादें की विश्वसनीय सूत्र के हवाले से जानकारी मिली है जिले में सम्पूर्ण स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल में शिक्षकों की भर्ती में बड़ी रकम दे कर शिक्षक भर्ती किया गया हैं। जिला प्रशासन को उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए ताकि पात्र हितग्राहियों को उनका हक मिल पाये।