छत्तीसगढ़

कलेक्टर के निर्देश पर बुधनी नुरेटी को पोषण पुनर्वास केन्द्र में किया गया भर्ती

कलेक्टर ने सोनपुर भ्रमण के दौरान पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करने के दिये थे निर्देश

जिले में अब तक 15 सौ 47 बच्चे हुए कुपोषण से मुक्त, 38 प्रतिशत बच्चे हुए सुपोषित

कोण्डागांव, नारायणपुर । पत्रिका लुक

गढ़बो सुपोषित छत्तीसगढ़ के संकल्प को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा तीन साल पहले शुरू की गई मुख्यमंत्री सुपोषण योजना ने सकारात्मक परिणाम दिए हैं। इसे देखते हुए कई क्षेत्रों में नवाचार और उत्साह के साथ योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिले में योजना को शतप्रतिशत सफल बनाने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्म भोजन, अंडा और चिक्की से महिलाएं और बच्चे के सेहत में सुधार हो रहा है। इससे गर्भवती और शिशुवती माताओं के साथ उनके बच्चों की भी देखभाल हो रही है। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी अपने निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर रहे और जमीनी हकीकत जान रहे। अपने निरीक्षण के दौरान सोनपुर के राशन दुकान में एहनार निवासी राशन लेने आयी अपनी माता के साथ बुधनी नुरेटी को कलेक्टर ने देखा और उनके स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए और कुपोषित पाए जाने पर तत्काल पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देशानुसार खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ केशव ने आज बच्ची को पोषण पुनर्वास केंद्र कुंदला में भर्ती करवाया। उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर 2019 से 6 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों और 15 से 49 वर्ष की एनीमिक महिलाओं की सेहत की देखभाल के लिए प्रदेशव्यापी मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई। इससे अब तक 15 सौ 47 बच्चे कुपोषण के चक्र से बाहर आ गए हैं। यह कुपोषित बच्चों की संख्या का लगभग 38 प्रतिशत है। गर्भावस्था और शिशुवती माताओं के लिए पौष्टिक आहार बहुत जरूरी होता है। माता के माध्यम से यह आहार बच्चों को भी सेहतमंद रखता है। पोषक आहार की कमी से माता और बच्चों में एनीमिया और कुपोषण के लक्षण आने लगते हैं। शारीरिक कमजोरी से बीमारी से संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है। इसे देखते हुए आंगनबाड़ियों में योजना के तहत स्थानीय पौष्टिक आहार और गर्म पका भोजन देने की शुरूआत की गई है।

Patrika Look

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *