एक ही परिवार के 8 लोगों का हुआ अंतिम संस्कार, पूरा गांव शोकमय
अस्थि विसर्जन के लिए गए एक ही परिवार के सड़क हादसे में हुई मौत
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम हुए षामिल, षोकाकुल परिवार को दिया सांत्वना
कोण्डागांव पत्रिका लुक।
कोण्डागांव जिले धनोरा में पदस्थ आरक्षक बेटे की अस्थियों का विसर्जन कर लौट रहे एक परिवार के 8 लोगों की दर्दनाक मौत सड़क हादसे में हो जाने से ग्राम बम्हनी में 23 नवम्बर को पूरा माहौल गमगीन नजर आया।छत्तीसगढ़ बस्तर की सीमा से लगे आंध्र प्रदेश के चिंतुर में 22 नवम्बर को एक बड़ा सड़क हादसा हुआ और जिसमें जिला व तहसील कोण्डागांव के ग्राम बम्हनी निवासी 8 लोगों की मौत हो गई थी। सड़क हादसे के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सप्ताह भर पहले कोण्डागांव जिले के थाना धनोरा में पदस्थ ग्राम बम्हनी निवासी आरक्षक साजेन्द्र ठाकुर ने आत्महत्या कर ली थी। मृतक के पिता मनीराम ठाकुर अपने परिवार के कुल 10 लोगों के साथ बोलेरो वाहन से साजेन्द्र की अस्थियों का भद्राचलम में सामाजिक तरीके से विसर्जन करके मंगलवार को वापस लौट रहे थे और वे सभी जैसे ही सीमावर्ती राज्य आंध्र प्रदेश के अल्लूरी जिले के चिंतूर बोडुगुडेम में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचे, तभी बोलेरो क्र.सीजी 17 केजी 3630 का एक ट्रक के साथ जबरदस्त भिड़ंत हुआ, जिससे मौके पर ही 6 लोगों की मौत हो गई और अन्य 2 गम्भीर घायलों की ईलाज के दौरान भद्राचलम के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। उक्त गम्भीर हादसे में सिर्फ 1 बच्चे की ही जान बची और एक ही परिवार के 8 लोगों की जान चली गई। सड़क हादसे में मनीराम ठाकुर 60 वर्ष, श्रीमती साठ ठाकुर 55 वर्ष, राजेश ठाकुर 50 वर्ष, किरण ठाकुर 35 वर्ष, मनीषा ठाकुर, नयन ठाकुर 60 वर्ष, डिलेंद्र ठाकुर 50 वर्ष व एक अन्य की मौत हुई बताया गया है।ज्ञात हो कि कोण्डागांव के ग्राम बम्हनी निवासी और धनोरा थाने में पदस्थ आरक्षक साजेन्द्र ठाकुर ने विगत सोमवार 14 नवम्बर को परिवारिक विवाद के चलते थाने में ड्यूटी के दौरान स्वयं के रायफल से गोली चलाकर आत्महत्या कर लिया था, जिसके बाद घर में सिर्फ साजेन्द्र की पत्नी को अकेला छोड़कर बच्चे सहित पूरा परिवार अस्थि विसर्जन करने भद्राचलम गया हुआ था और लौटते वक्त सड़क हादसा हुआ। मृतकों में से तीन षवों को ग्राम बम्हनी में लाया जाकर क्रियाकर्म किया गया तथा शेष 5 शवों का क्रियाकर्म पण्डरीपानी बस्तर जिले में किया गया। ग्राम बम्हनी में तीन शवों के क्रियाकर्म में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम भी शामिल हुए और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दिया।