आलिशान पर्यटक विश्रामगृह हुआ जर्जर,जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध,निर्माण गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल,
कोंडागांव पत्रिका लुक।
देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को बेहतर विश्राम स्थल मुहैया कराने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय कोंडागांव में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा पर्यटक विश्राम गृह का निर्माण किया गया था। वर्ष 2008 में निर्मित सर्व सुविधा युक्त आलीशान पर्यटक विश्राम गृह निर्माण के दौरान गुणवत्ता की अनदेखी व जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण समय से पहले जर्जर हो चुकी,उचित देखरेख व संरक्षण के अभाव में फिलहाल रेस्ट हाउस बीते कई सालों से बंद है।शाम होते ही विश्रामगृह पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।विश्राम गृह परिसर में चारों ओर घास फूस,झाड़ियां उग आई है,विश्रामगृह के कमरों में लगे एयर कंडीशनर, सिंटेक्स टैंक आदि चोर उखाड़ ले गए,खिड़कियां दरवाजे में लगे सीसे टूट-फुट हो चुके है।भवन के खिड़की दरवाजों में टूट-फूट सहित जगह-जगह दीवार में दरारे साफ नजर आ रही।विश्राम गृह के कमरों में महंगे कुर्सी टेबल आदि सामग्रियां कबाड़ की तरह पड़ी है। विश्रामगृह का मुख्य दरवाजा सालों से बंद पड़ा है ,परिसर में जगह-जगह शराब की बोतलें पडी है ।स्थानीय निवासियों के मुताबिक निर्माण के कुछ महीनों तक तो रेस्ट हाउस पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा, देश विदेश से पहुंचने वाले पर्यटक विश्राम गृह में ठहरने लगे थे।कुछ साल बितते ही विभागीय अधिकारियों ने विश्राम गृह का उचित रखरखाव को लेकर ध्यान देना छोड़ दिया,आज की स्थिति यह विश्राम गृह परिसर में चारों ओर घास फूस,झाड़ियां उग आई है,विश्रामगृह निर्माण के दौरान निर्माण एजेंसी ने गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जिसके कारण दीवारों दरारें आ गई और भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है।फिलहाल बीते कई सालों से विश्राम गृह बंद है।पर्यटक विश्राम गृह की लागत राशि से संबंधित जानकारी के लिए जब विजय परमार पर्यटन मंडल डिपार्टमेंट रायपुर के मोबाइल पर संपर्क करने पर जानकारी देने अधिकृत ना होने की बात कही । वही टी एन सिंह, एम डी छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा 16 मोटलो को अलग-अलग एजेंसीयों को टेंडर दिया गया है, जो 6 महीने के अंदर मरम्मत पूर्ण कर संचालित करेंगे, और ,कलेक्टर कोडागांव दीपक सोनी ने कहा