आंगन बाड़ी कार्यकर्ता सहायिका ने कांग्रेस पर लगाया आरोप, सत्ता में आने के बाद भूले अपने वादे को
आंगन बाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने दिया एक दिवसीय धरना प्रदर्शन, सौपा ज्ञापन
कोंडागांव। प्रदेश आंगन बाड़ी महिला कार्यकर्ता सहायिका संघ की कोण्डागांव जिला इकाई ने प्रांतीय संगठन के आह्वान पर 22 दिसम्बर को जिला मुख्यालय के गांधी वार्ड के कस्तूरबा ग्राउंड में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ सरकार के वादा खिलाफी के विरोध में जमकर नारेबाजी किया। इसके बाद ग्राउंड से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट में पहुंचकर मुख्य मंत्री के नाम का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर पवन प्रेमी को सौंपा।
क्या कहती हैं पुष्पा रॉय जिला अध्यक्ष
पुष्पा रॉय जिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिका अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की चुनावी घोषणा ने हमारी मागों को लिया गया था ओर कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी तो आपकी मांगो को पूरा किया जाएगा, पर सत्ता में कांग्रेस को आए दो वर्ष होने को हैं पर हमारी मागों की कांग्रेस सत्ता में आने के बाद भूल गई हैं। वही हमारी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री अनिला भेड़िया, सहित स्थानीय विधायक व पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम से भी मिल चुके है पर आज तक किसी भी नेताओं के द्वारा हमारी मांगो को सुनकर अनसुना कर दिया। रॉय आगे कहती हैं कि जब भाजपा की सरकार रही तब भी हम अपनी मांगों को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन भी किया पर भाजपा सरकार ने भी हमारी मांगो को सुना नहीं गया और तो भाजपा का दामन छोड़ कर कांग्रेस पर विश्वास किया पर कांग्रेस सत्ता में आने के बाद हम को भूल गई। अब आने वाले समय में फिर से सत्ता परिवर्तन की बात कही। साथ ही कहा कि राज्य सरकार मांगो को पूरा नहीं करती है तो आने वाले समय में पूरे छत्तीसगढ़ में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होना पड़ेगा।
क्या है आंगन बाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका मांग
प्रदेश के आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित करने तक इन्हें कुशल श्रमिक मानते हुए कलेक्टर दर पर मानदेय देने, मध्य प्रदेश की भांति मानदेय तथा अन्य सुवधिाएं देने, प्रदेश के भीतर आंगन बाड़ी पर्यवेक्षिका के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती पर प्रतिबंध लगाया जाकर पद की पूर्ति आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओं से उनके वरिष्ठता एवं योग्यता के आधार पर करने, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्ण आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओं में तब्दिल करने सहित अन्य मांग की गई है।