छत्तीसगढ़

राजनीतिक ताकतों के डर कर ठेकेदार की उंगली पर नाच रहा जांच टीम, मामला ग्राम पंचायत बांसकोट का

राजनेताओं के शरण में ठेकेदार, अधिकारी भी डरे हुए,
जांच ही सकती है प्रभावित- सीपीआई नेता

कोण्डागांव। पत्रिका लुक
जिले के बडेराजपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बांसकोट में सीसी सड़क में गंभीर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की शिकायत के पश्चात कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत सीईओ ने जांच टीम का गठन किया था तत्पश्चात जांच शुरू हुई तो ग्रामीणों में खुशी थी किंतु जांच टीम के पक्षपातपूर्ण रवैया से ग्रामीणों की उम्मीद ही खत्म हो गई। क्योंकि ग्रामीणों का रोपण है कि जांच थी अब ठेकेदार व नेताओ के अनुसार चल रहा है। ग्रामीणों की माने तो पहले जांच टीम सीधे निर्माण स्थल पर पहुँचर जांच सुरु कर दी लेकिन दोबारा जांच टीम सीसी सड़क का सेम्पल लेने आए तो पहले ठेकेदार के पास पहुंची फिर ठेकेदार द्वारा बताए अनुसार ही सेम्पल लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत बांसकोट में पूर्व सरपंच के कार्यकाल में सीसी सड़क का निर्माण किया गया था जहां सड़क निर्माण का कार्य जनपद उपाध्यक्ष श्यामा साहू एवं उनके पति राजेश साहू के द्वारा किया गया। ग्रामीणों की माने तो इस कार्य को जनपद निधि से जनपद उपाध्यक्ष के द्वारा मनरेगा के तहत अपने प्रयास से लाया गया हैं इस लिए  उन्होंने कार्य को स्वयं करने की इच्छा जाहिर की तथा पंचायत से प्रस्ताव लेकर कार्य को ठेके पर लिया गया। जिसमें पूरा बिल बाउचर एवं सामग्री क्रय करने का कार्य ठेकेदार के द्वारा ही किया गया।
ग्रामीणों ने लगाया आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अधिक लालच एवं कमाई के लिए ठेकेदार ने कार्य में गंभीर लापरवाही एवं अनियमितता किया। जहां सीमेंट की मात्रा कम डाली गई  तो वही किसी भवन से जर्जर हो चुके छड़ को सड़क में उपयोग किया गया
ठेकेदार ने दिखाई चतुराई
जर्जर भस्वं से निकले छड़ का सीसी सड़क में उपयोग करते वक्त जागरूक ग्रामीणों को ना लगे इस लिए नियम को तक मे रखकर जर्जर भवन से निकले छड़ को सीसी सड़क में रात में बिछाकर ओर निर्माण के दौरान  सड़क को दोनों तरफ से  रास्ता ब्लॉक कर करते हुए  रास्ते को डायवर्सन बना दिया गया।ओर ठेकेदार ने सड़क को दिन में काम कराने के बजाय रात्रि में कराया जिससे ग्रामीणों को संदेह हुआ तत्पश्चात ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में जाकर देखा तब वहां अनियमितता उजागर हुई। एक कहावत है कि कौआ कितना भी चालक क्यो ना ही आखिर चोंच तो ——– में ही मरता हैं । ओर सोचता है कि मुझे किसी नही देखा। लेकिन ग्रामीणों ने अपनी आँखों से सीसी सड़क में पुराने छड़ का उपयोग करते देखा।
ग्रामीणों सहित जनप्रतिनिधियों ने की शिकायत
सीसी सड़क में अनियनियमिता को देखते हुए ग्राम के उपसरपंच,  वार्ड पंच, जनप्रतिनिधियों सहित कई ग्रामीणों ने मिलकर शिकायत  संबंधित विभाग को दी साथ ही कलेक्टर व जिला पंचायत की।  लेकिन  ठेकेदार सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा हुआ होने के कारण वह प्रशासन पर अपना प्रभाव दिखाकर कार्य को प्रभावित करता रहा।  ग्रामीणों ने बार-बार शिकायत की तथा मीडिया का सहारा भी लिया इसके पश्चात पुनः जांच टीम बनाकर जांच शुरू किया गया साथ ही इस जनहित के मुद्दे को सीपीआई नेताओं को पता चला तो इसकी शिकायत जांच पुनः सुरु हुई।
सीपीआई ने लगाया जांच अधिकारी पर आरोप
सीपीआई नेता ने कहाजांच का आदेश जारी होने के बाद महीनों बाद नीद से उठा और जांच करने पहुंचा कर ग्रामीणों सहित इंजीनियर का बयान दर्ज किया। दोबारा जांच दल के द्वारा सीसी सड़क का सेम्पल लेने पहुंची ओर जांच दल के द्वारा ठेकेदार से घर जाकर मिलना सन्देह को जन्म देता है ऐसा तो नही की जांच को प्रभावती करने नेताओ या उच्च अधिकारियों का दबाव तो नहीं बनाया जा रहा है। सीपीआई नेता ने आगे कहा कि ठेकेदार अपने राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाकर जांच टीम को जहां-जहां  सड़क का (कोर कटिंग ) सेम्पल लेने को कहा जांच टीम ने वही से सेम्पल लेकर चली गई। साथ ही ग्रामीणों को पंचनामा का कापी तक नहीं दिया गया। जांच में कोई धांधली हुई तो आने वाले समय में सीपीआई  व ग्रामीण धरना प्रदर्शन करेंगी जिसकी सम्पूर्ण जिमेदारी जिला प्रशासन की होगी।

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