हरिक लोलो बालो’ के अंतर्गत 130 मॉडल आंगनबाड़ियों के विकास हेतु दिया गया प्रशिक्षण
कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया शुभारंभ
कोण्डागांव । पत्रिका लुक
जिले में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए तैयार किए जा रहे हैं 130 मॉडल आंगनबाड़ियों की कार्यकर्ताओं एवं सहायकों को प्रशिक्षण देने हेतु ‘हरिक लोलो बालो’ तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं यूनिसेफ के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा के साथ उनके बेहतर देखरेख हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जानकारियां प्रदान की गई। जिसमें यूनिसेफ की सहायक संस्थाओं विक्रमशिला फाउंडेशन एवं एजुवेव फाउंडेशन के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण में सहायता दी गई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर दीपक सोनी एवं यूनिसेफ की राज्य सलाहकार गार्गी परदेशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि कोई भी आंगनबाड़ी मॉडल आंगनबाड़ी के रूप में केवल बेहतर आधारभूत संरचना से नहीं अपितु केंद्रों में अच्छे वातावरण, व्यवहार एवं अच्छी शिक्षाओं से बनता है। मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को स्वास्थ्य के साथ उच्च स्तर की प्रारंभिक शिक्षाएं खेलों के माध्यम से दी जानी है। इसके साथ हमें प्रत्येक बच्चे को आंगनबाड़ी के माध्यम से लाभान्वित करने का प्रयास करना चाहिए ताकि हम समाज के लिए बेहतर भविष्य तैयार कर सकें।
इस दौरान यूनिसेफ की राज्य सलाहकार गार्गी परदेशी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि हम सभी को मिलकर यह प्रयास करना चाहिए कि सभी बच्चों के बेहतर विकास के लिए यह आवश्यक है वातावरण उपलब्ध कराएं एवं उनके बेहतर विकास के लिए स्वास्थ्य के साथ-साथ बेहतर प्रारंभिक शिक्षा भी उपलब्ध कराएं ताकि बच्चों को संपूर्ण लाभ प्राप्त हो और वह अच्छा पोषण प्राप्त करने के साथ संपूर्ण विकास भी कर सकें।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को बच्चों के समग्र विकास, शिक्षण प्रणाली, सीखने के सिद्धांत, शिक्षण अधिगम सामग्री का उपयोग एवं समुदाय की सहायता प्राप्त करना, आकलन की प्रक्रिया, दैनिक शिक्षण योजना तैयार करना, संज्ञानात्मक विकास, रचनात्मक अभिव्यक्ति, ई-लर्निंग, आंगनबाड़ियों में सकारात्मक वातावरण निर्माण, परवरिश में चैंपियन किट का प्रभावी उपयोग, पूर्व मूल्यांकन, पालकों के साथ प्रभावी संवाद आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी। जिससे वे मॉडल आंगनबाड़ियों का सफल संचालन कर सकें। इस अवसर जिला कार्यक्रम अधिकारी अमृत कुमार बिस्वाल, परियोजना अधिकारी दीपेश बघेल, रजनी दुबे, ठकेश्वर लांझे, संजय पोटाई सहित यूनिसेफ के मास्टर ट्रैंनर एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।