दो आदिवासी परिवार ने की आत्महत्या मांग, सीपीआई ने कलेक्टर को आवेदन, टीम गठित कर जांच करने की मांग
कोण्डागांव। पत्रिका लुक
दो आदिवासी 11 परिवार 14 जुलाई को पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के निवास के सामने आत्महत्या करने की मांग पर जिला सीपीआई इकाई कोण्डागांव ने दिया कलेक्टर जन चौपाल में ज्ञापन देकर कहां की परेशान अदिवासी को न्याय दिलाते हुए करें जांच टीम गठित। सीपीआई ने बताया कि 8 दिन बीतने के बाद भी जिला प्रशासन आदिवासी परिवार को न्याय दिलाले अभी तक नही किया जांच का समिति का गठन। न्याय नहीं मिलने से कही आदिवासी परिवार आत्मदाह करते हैं तो इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। सीपीआई नेता शैलेश शुक्ला ने बताया कि जब समाचार पत्रों के माध्यम से दो परिवार ने न्याय नहीं मिलने से 14 जुलाई को आत्मदाह की बात सामने आई हैं जिसको लेकर आज कलेक्टर जन चौपाल में आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने व टीम गठित कर जांच करने की मांग कलेक्टर से की है साथ ही दोनो पीड़ित आदिवासी परिवार को समझाइश दी जा रही हैं कि आत्महत्या जैसा कोई भी कदम नहीं उठाए, न्याय दिलाने के लिए सीपीआई की टीम आपके साथ खड़ी है। आपको बतादे की ग्राम पंचायत करंजी निवासी रामचंद मरकाम के अनुसार गैर आदिवासी वव्यक्ति के द्वारा आदिवासी किसान की खेत पर किया जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया है। कोण्डागांव निवासी सुखराम पोयाम ने अनुसार राजस्व निरिक्षक (आरआई) द्वारा गलत सीमांकन कर मुझे अपने ही घर से बेदखली करने किया जा रहा परेशान। परेशान दोनों आदिवासी परिवार न्याय पाने लगभग तीन साल से लगा रहा कलेक्टर, तहसील कार्यालय के चक्कर। न्याय नहीं मिलने के कारण मजबूरन आत्महत्या की अनुमति के लिए कलेक्टर, एसपी आवेदन पीसीसी अध्यक्ष सह विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम को 10 दिनों में न्याय नहीं मिलने पर सहपरिवार आत्मदाह कर किया जाएगा।