छत्तीसगढ़

प्राथमिक शाला मावलीगुड़ा राजपुर में पोषण वाटिका बना आकर्षण केन्द्र

रसोइया और शिक्षकों की मेहनत से ताजी सब्जी का सेवन कर रहे हैं बच्चे

बस्तर। पत्रिका लुक (जितेंद्र कुमार तिवारी)

प्रत्येक शालाओं में पोषण वाटिका अनिवार्य रूप से बनाने का निर्देश शासन प्रशासन के द्वारा दिया जाता है ।जिसके तहत बस्तर विकासखंड के प्राथमिक शाला मावलीगुड़ा राजपुर , में प्रधान अध्यापक  शोभी राम बघेल , शिक्षिका श्रीमती गिरिजा साहू रसोईया  अमरु राम भारती ने अपने अथक प्रयास से  पोषण वाटिका तैयार किया है | रसोईया  अमरू राम भारती ने रुचि लेते हुए शिक्षकों के मार्गदर्शन में अपनी कड़ी मेहनत से बरबट्टी, बैंगन, तोरई, टमाटर , मिर्च, मूली, सेम, कद्दू हरी सब्जियों की पोषण वाटिका लगभग 40 डिसमिल के क्षेत्रफल में तैयार की है। यह सफर नव नियुक्त शिक्षिका श्रीमती गिरिजा साहू की प्रतिदिन शाला के सब्जी ढूंढने से हुई। जिसके लिए संकुल समन्वयक गजेंद्र सिंह ठाकुर ने शिक्षिका और रसोईया के सामने व्यवस्था को देखते हुए पोषण वाटिका तैयार करने का सुझाव दिया। जिस पर अमल करते हुए शिक्षिका ने सहयोग प्रदान करते हुए पोषण वाटिका तैयार करवा लिया। पद्दोन्नति के पश्चात प्रधान अध्यापक  शोभी राम बघेल भी विशेष रुचि लेकर कार्य कर रहे हैं।प्रतिदिन पोषण वाटिका से ताजी सब्जियां तोड़कर विद्यार्थियों को पौष्टिक भोजन दिया जाता है। विद्यालय में पोषण वाटिका स्थापित करने का उद्देश्य विद्यार्थियों को ताजे सब्जियों के रूप आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध कराने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ विद्यार्थियों में बागवानी का कौशल विकसित करना है। पोषण वाटिका से विद्यार्थियों के मध्यान्ह भोजन के लिए ताजी एवं पौष्टिक सब्जियां विद्यालय में ही उत्पादित की जा रही है। संकुल के आस पास के शाला भी कभी कभार सब्जियों का क्रय इसी शाला से करना शुरू कर चुके हैं। वर्तमान सत्र में वाटिका का क्षेत्र बढ़ाने की तैयारी विद्यालय परिवार द्वारा की जारी है।

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