अनुसूचित जनजाति में शामिल करने पनका पनिका समाज अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन
कोण्डागांव। पत्रिका लुक
पनका पनिका समाज के लोगों ने अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए सोमवार 11 सितम्बर को पनिका जाति को सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जन जाति में बहाली हेतु कलेक्टर जिला कोण्डागांव को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री छतीसगढ़ शासन के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। पनका पनिका जिला अध्यक्ष गोकुल दास मानिकपुरी ने बताया कि सन् 1971 के पूर्व अविभाजित मध्यप्रदेश में पूरे प्रदेश में पनका /पनिका जाति अनुसूचित जन जाति में अधिसूचित थी। 17 दिसम्बर 1971 में प्रकाशित अधिसूचना में इस जाति को केवल दत्तिया, टीकमगढ़, छत्तरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सींधी तथा शहडोल जिलों के लिए ही अनुसूचित जन जाति घोषित की गयी। समाज की मांग यह है कि पूर्व की भांति छत्तीसगढ़ राज्य के सम्पूर्ण जिलो में पनका पनिक जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जावे। ज्ञापन सौंपने के दौरान समय प्रदेश उपाध्यक्ष छ.ग० मानिकपुरी पतका पनिका समाज एके जिला कोण्डागांव गोकुल दास मानिकपुरी नगर अध्यक्ष राजु दास, ब्लाक अध्यक्ष वकील दास कोण्डागा माकडी ब्लाक अध्यक्ष संयासी दास, बडेराजपुर से जीवन दास, पिताम्बर दास रामेश्वर वास केला दास, रविदास, कृष्णा दास, बिहारी दास सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।