कांकेर। पत्रिका लुक
कांकेर पुलिस ने भाजपा नेता असीम राय की गोली मार कर हत्या के आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार। आपको बतादे की 07 जनवरी 2024 को पखांजूर में स्व. असीम राय की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। जिस पर थाना पखांजूर में अपराध क्र. 04/2024 धारा 302, 34 भादवि के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। संवेदनशील मर्डर केस होने के कारण मामले में आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी हेतु बस्तर रेंज पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. द्वारा उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर बालाजी राव एवं पुलिस अधीक्षक कांकेर दिव्यांग पटेल के निर्देशन में एस.आई.टी. का गठन किया गया था। एस.आई.टी. द्वारा आरोपियों की पहचान हेतु पूरे पखांजूर शहर का सी.सी.टी.व्ही. का एवं मोबाईल कॉल डिटेल्स का अवलोकन किया तथा सैकड़ों गवाहों एवं संदेहियों से पूछताछ की जिससे हत्या के पूरे मामले में इस प्रकार के तथ्य सामने आये हैं। नगर पंचायत पखांजूर अध्यक्ष बप्पा गांगुली, पार्षद विकास पाल एवं जितेन्द्र बैरागी को असीम राय से व्यक्तिगत दुश्मनी थी। बप्पा गांगुली का अध्यक्ष पद जा सकता था। विकास पाल का अवैध लॉज टूट सकता था और जितेन्द्र बैरागी का उसके गांव में व्यक्तिगत दुश्मनी था, तीनों ने मिलकर असीम राय को मौत के घाट उतारने का प्लॉन किया, जिसमें बप्पा गांगुली और विकास पाल ने पैसों का एवं प्लानिंग की जिम्मेदारी लिया एवं जितेन्द्र बैरागी को रेकी का काम दिया। जितेन्द्र बैरागी ने अपने साथी तपन मंडल, सुमीत मांझी के साथ मिलकर रेकी किया एवं शार्प शूटर के लिये सुरजीत और रीपन से सम्पर्क किया दोनों ने इस काम के लिये सहमति दी और अपने साथी जयंत, नीलरतन एवं विकास तालुकदार को काम सौंपा। बप्पा गांगुली और विकास पाल ने सोमेन्द्र मंडल के माध्यम से पैसा करीब 07 लाख रुपये नीलरतन को भेजा जिसने उक्त पैसों से करीब 01 लाख रुपये का कट्टा खरीदा तथा बाकी रकम आरोपियों में बांटा गया। जिसके बाद विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपी दास के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। गोपी दास बाईक चला रहा था एवं विकास तालुकदार ने मृतक को बाईक के पीछे बैठकर 7.65 एम.एम. पिस्टल से गोली मारा।प्रकरण में धारा 302, 34, 120 (बी) भादवि एवं धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत विवेचना की जा रही है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिये संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। हत्या की प्लानिंग में और भी लोग शामिल हो सकते हैं इसलिये आपराधिक षड्यंत्र के प्रत्येक पहलू की बारिकी से छानबीन और विवेचना की जा रही है।