छत्तीसगढ़

कलेक्टर के आदेश का PHC ने किया आधा-अधूरा पालन, बोर खनन कर हेंड पंप लगाना भूले…


हेण्ड पम्प लगाने कराए गए नलकुप खनन का उपयोग कर रहे कुंए की तरह

कोण्डागांव। पत्रिका लुक
मलनार पटेलपारा व मंदिरपारा में हेण्ड पम्प लगवाने की ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर से गुहार लगाने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर पी.एच.ई.विभाग के द्वारा मलनार मंदिरपारा में चंद दिनों में ही हेण्ड पम्प लगाने हेतु नलकुप खनन तो करा दिया गया, लेकिन एक माह से अधिक का वक्त गुजर जाने के बाद भी हेण्ड पम्प नहीं लगाए जाने से मलनार मंदिरपारा के ग्रामीणजन हेण्ड पम्प लगाने हेतु कराए गए नलकुप खनन का उपयोग कुंए की तरह करते नजर आ रहे हैं।
कलेक्टर की अच्छी पहल लेकिन PHE विभाग की लापरवाही
उक्त मामले से दो बातें सामने आई है पहला ता यह कि वर्तमान में पदस्थ कोण्डागांव कलेक्टर कुणाल दुदावत, ग्रामीणजनों से प्राप्त होने वाली समस्या सम्बन्धी शिकायत पत्रों को पूरी संवेदनषीलता एवं गम्भीरता से लेकर सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणजनों की समस्या का तत्काल समाधान करने का निर्देश देते हैं, जिसका ही परिणाम था कि मलनार पटेलपारा व मंदिरपारा में हेण्ड पम्प लगवाने की ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर से गुहार लगाने के बाद चंद दिनों में ही मलनार मंदिरपारा में पीएचई विभाग के द्वारा हेण्ड पम्प लगाने हेतु नलकुप का खनन करवा दिया गया। लेकिन नलकुप खनन करने के एक माह बाद पीएचई विभाग के अधिकारियों के द्वारा हेण्ड पम्प नहीं लगवाया जा सका है, जिसके ही परिणामस्वरुप मलनार मंदिरपारा के ग्रामवासियों को हेण्ड पम्प लगाने हेतु कराए गए नलकुप खनन का उपयोग कुंए की तरह करने को मजबुर होना पड़ रहा है।
कब दिया था ग्रामीणों ने के कलेक्टर को आवेदन
ज्ञात हो कि अपने ग्राम मलनार के दो मोहल्लों पटेलपारा एवं मंदिरपारा में जल्द से जल्द हेण्ड पम्प लगवाने हेतु उचित कार्यवाही करने की मांग को लेकर 13 मई 2024 को कुछ ग्रामीणजन कलेक्टर कोण्डागांव से मुलाकात करने पहुंचे और लिखित आवेदन पत्र देकर उपरोक्त दोनों मोहल्लों में हेण्ड पम्प लगवाने की गुहार लगाई थी। जिस पर कलेक्टर कोण्डागांव ने ग्रामीणजनों को आश्वास दिया कि पेय जल उपलब्ध कराने के लिए जल्द से जल्द उचित कार्यवाही कराने का प्रयास करेंगे
कलेक्टर के आदेश पर पीएचई विभाग ने किया बोर खनन
ग्रामवासियों को 13 मई को दिए गए आश्वास के अनुसार सम्भवतः कलेक्टर कोण्डागांव ने पीएचई विभाग कोण्डागांव के अधिकारी को ग्राम मलनार के उपरोक्त दोनों मोहल्लों में हेण्ड पम्प लगाने के निर्देष दिए, जिसपर ही (ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार) 18 मई 2024 को एक बोरवेल वाहन ग्राम मलनार के मंदिरपारा में पहुंची और एक नलकुप का खनन किया, जहां 22 जून तक हेण्ड पम्प नहीं लगाया जा सका है। वहीं जब बोरवेल वाहन ग्राम मलनार के पटेलपारा में नलकुप खनन करने पहुंची तो किसी ग्राम पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधि ने जल जीवन मिषन के तहत कार्य प्रगति पर होने का हवाला देकर नलकुप खनन कराने से मना कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर से मिलकर अपनी पेय जल की समस्या से स्वयं अवगत कराने एवं लिखित आवेदन पत्र देने वाले आवेदकों में शामिल सोभीराम मण्डावी, फुलसिंग मण्डावी, मालुराम, जैयसिंग, चधरराम आदि को अपने द्वारा 13 मई को दिए गए आवेदन पत्र पर 18 मई को बोरवेल वाहन के मलनार गांव में पहुंचने और नलकुप खनन किए जाने पर काफी प्रसन्नता होने के साथ ही कलेक्टर कोण्डागांव के प्रति सम्मान बढ़ा था। लेकिन वहीं पीएचई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से एक माह बाद भी हेण्ड पम्प नहीं लगने से नाराजगी देखने को मिल रही है।अब देखने वाली बात यह होगी कि पीएचई विभाग के जिम्मेदार अधिकारीगण ग्राम मलनार के मंदिरपारा में किए गए नलकुप खनन में हेण्ड पम्प कब तक लगवा पाते हैं ? या फिर ग्रामीणजनों को नलकुप का उपयोग कुंए की तरह करते रहने को मजबूर होना पड़ेगा।

Patrika Look

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