दिव्यांगता को मात देकर ओपन से किया दसवीं उत्तीर्ण…
कोण्डागांव । पत्रिका लुक
दिव्यांग विनय कुमार के माता-पिता कुछ साल पहले इस दुनिया से चले गए, कम उम्र में ही उसके सामने दुखों का पहाड़ टूट गया, बचपन में माता-पिता की मौत के बाद चाचा उसका सहारा बने और परवरिश कर रहे। पढ़ाई को लेकर विनय कुमार की ललक ऐसी ओपन स्कूल में पढ़ाई कर रहा।
विनय कुमार ने दावा किया कुछ साल पहले माता-पिता की मौत हो चुकी, उसके बाद से चाचा दसु राम नेताम निवासी टेंगडा पखना ग्राम कोकोडी मेरी परवरिश कर रहे, कक्षा दसवीं ओपन की परीक्षा दे चुका हूं,ओपन स्कूल तक कोंडागांव आना-जाना करने के लिए मुझे दूसरे का सहारा लेना पड़ता है, ओपन स्कूल का मार्कशीट कोंडागांव ऑफिस में आया है पर मुझे कोडागांव लेकर जाने के लिए कोई नहीं मिल रहे, इसीलिए मार्कशीट को नहीं लाया हूं, मुझे दिव्यांग पेंशन योजना का लाभ भी नहीं मिल रहा।कोंडागांव तक आना-जाना करने में मुझे सुविधा होती है,मोटराइज्ड की मांग करते यूवोदय स्वयंसेवक प्रकाश बागडे को आवेदन दिया हूं,
डिगेश्वरी नेताम, सचिव ग्राम पंचायत को कोकोड़ी
मैंने 2021 में उनसे संपर्क किया था, उस दौरान उसके पास दस्तावेज नहीं था, पंचायत के दिव्यांग विधवा बुजुर्ग सहित 191 पात्र लोगों को पेंशन योजना लाभ मिल रहा।पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा विभाग से भी लाभ मिलता हैं ,
ललिता नंदेश्वर ,उपसंचालक समाज कल्याण विभाग,कोंडागांव
स्वयंसेवक की ओर से मांग आई है ,योजना के तहत बच्चे को मोटराइज्ड प्रदान किया जाएगा। पेंशन नहीं मिलने के मामले को दिखवाती हूं।