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मकर संक्रांति पर सूर्य देव जाएंगे शनि के घर, होगा पिता पुत्र का अनोखा मिलन
ग्वालियर। भारत में धार्मिक और संस्कृति दोनों ही नजरिए से मकर संक्रांति का बड़ा महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी को सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं। चूंकि शनि मकर व कुंभ राशि का स्वामी है, लिहाजा यह पर्व पिता, पुत्र के अनोखे मिलन से जुड़ा है। एक अन्य कथा के अनुसार असुरों पर भगवान विष्णु की विजय के तौर पर भी मकर संक्रांति मनाई जाती है। बताया जाता है कि मकर संक्रांति के दिन ही भगवान विष्णु ने पृथ्वी लोक पर असुरों का संहार कर उनके सिर को काटकर मदार पर्वत पर गाड़ दिया था, तभी से भगवान विष्णु की जीत को मकर संक्रांति के तौर पर मनाया जाने लगा। बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य पं. सतीश सोनी के अनुसार पौष मास प्रतिपदा तिथि पर भगवान भास्कर का राशि परिवर्तन होगा।