भिलाई। मकर संक्रांति पर 14 जनवरी को दुर्ग जिले में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। भिलाई के सेक्टर-2 अय्यप्पा मंदिर, निकुंभला जय शक्ति आश्रम निकुम समेत शिवनाथ नदी एवं विभिन्न मंदिर एवं तालाबों में अभिषेक सहित कई कार्यक्रम आयोजित होंगे।
बता दें कि राजलक्ष्मी मंदिर जय शक्ति आश्रम निकुम के राजश्री संत माताजी की ओर से श्रीसिध्द्पीठ हनुमान मंदिर प्रांगण में राजलक्ष्मी मंदिर तीर्थराज निकुंभला जय शक्ति आश्रम निकुम में चल रहे राजद्वार प्रीति महायज्ञ में मंक्रर संक्राति पर शिवजी का 5000 लीटर दूध से अभिषेक होगा, वहीं छत्तीसगढ़ देवी जसगीत के गायक दुकालु यादव की प्रस्तुति दोपहर एक बजे जय शक्ति आश्रम निकुम में होगी।
मकर संक्रांति पर तालाब व नदी पर होगी भीड़
मकर संक्रांति को लेकर ज्योतिचार्यों का अलग-अलग विचार है। पंडित एमपी शर्मा ने बताया कि स्नान के साथ दान तथा सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है। सूर्य देव के मकर राशि में आने से वे दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं, इसका राशियों पर भी शुभ तथा अशुभ प्रभाव पड़ता है। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश सुबह 8.15 बजे होगा। स्नान-दान-पूजन के लिए पुण्यकाल सुबह 8.15 से शाम 4.20 बजे तक रहेगा।
अय्यप्पा मंदिर में जलेंगे हजारों दीप
अय्यप्पा सेवा संघम भिलाई द्वारा 14 जनवरी की शाम अय्यप्पा मंदिर सेक्टर-2 में 20 हजार दीप एक साथ जलाकर भगवान अय्यप्पा की आरती उतारी जाएगी। संघम के अध्यक्ष एस. अनिल कुमार ने बताया कि इस बार 52वां वर्ष मनाया रहा है। इस अवसर पर भिलाई, दुर्ग के साथ पूरे छग से अय्यप्पा स्वामी के भक्त दीप जलाकर अपने व परिवार के सुख, समृद्घि की कामना करते हैं।
एस. अनिल ने बताया कि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते कलेक्टर से अनुमति नहीं मिलने की वजह से इस बार मात्र 20 हजार दीप जलाकर भगवान अय्यप्पा की पूजा आराधना होगी। उन्होंने बताया कि करीब 120 संत 18 सीढ़ी चढ़कर भगवान अय्यप्पा की पूजा करेंगे। वहीं मंदिर में सुबह सात से नौ बजे तक नारियल में घी भरकर पूजा करेंगे। इस नारियल के अंदिर से निकले घी से भगवान अय्यप्पा के नाम से हवन होगा। कार्यक्रम के समापन पर प्रसादी का वितरण भी किया जाएगा।