इंदौर. दान का सौ गुना फल देने वाला मकर संक्रांति पर्व भले ही 14 जनवरी को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा, लेकिन इंदौर की धरा पर दान और सेवा कार्यों की अपनी ही भावना है। यहां यह सिलसिला सालभर चलता ही रहता है। कोरोना महामारी की कठिन घड़ी में भी सफाई के साथ दान में भी इंदौरी अव्वल रहे। सेवाभावी दानदाताओं के सहयोग से सैकड़ों धार्मिक-समाजिक संगठनों ने आगे आकर जरूरतमंदों के लिए भोजन, दवाई, मेडिकल उपकरण सहित करोड़ों के संसाधन जुटाए जिससे कोई इलाज और भोजन से वंचित न रहे।
शहर की सीमा से गुजरे श्रमिकों के लिए खाने-पानी, कपड़े, जूते, अस्थायी अस्पतालों की भी तमाम व्यवस्था की। नईदुनिया के मास्क ही वैक्सीन अभियान के तहत भी अनेक संगठनों और समाजों ने आगे आकर जरूरतमंदों को हजारों मास्क वितरित किए। मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में हम यहां कुछ समाजों और संगठनों के सेवा कार्यों का पुनरावलोकन प्रस्तुत कर रहे हैं।लाज, भोजन से लेकर कई कामों के लिए दिल खोलकर दान कर रहे हैं समाज
सिंधी समाज : जरूरतमंदों को दी सांसों की मदद
इलाज के लिए भटक रहे लोगों को सिंधी समाज ने सांसों की मदद दी। इसके लिए समाज की आधा दर्जन से अधिक संस्थाएं आगे आईं, 28 ऑक्सीजन मशीनों के साथ लोगों को व्हील चेयर, मरीजों को उपयोग में आने वाले बेड, शीत शव पेटिका, बैलेंस छड़ी आदि उपलब्ध कराई। लाड़काना पंचायत के नरेश फुंदवानी का कहना है कि ये सभी व्यवस्थाएं समाज के दानदाताओं के सहयोग से संगठनों ने की।
माहेश्वरी समाज : 30 संगठनों ने हर दिन हजारों लोगों को कराया भोजन
आपदा की घड़ी में माहेश्वरी समाज के 30 संगठन आगे आए। लॉकडाउन के दौरान 70 लाख रुपये के सेवा कार्य किए। प्रतिदिन 3 हजार लोगों को भोजन पहुंचाया। साथ ही दो हजार लोगों को राशन सामग्री भेंट की। इंदौर जिला माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष राजेश मूंगड़ के अनुसार सभी के सेवा जज्बे के कारण इंदौर में हालात कभी बिगड़े नहीं और लोगों को जरूरत का सामान मिलता रहा।
अग्रवाल समाज : 20 टीमों ने पहुंचाई राशन सामग्री
कोरोना संकट काल में अग्रवाल समाज की केंद्रीय समिति सहित कई संगठन सेवा के लिए आगे आए। कोई भूखा न रहे, इसलिए 20 टीमें बनाकर समाज के लोगों तक राशन पहुंचाया। संतोष गोयल ने बताया कि इस दौरान समाजजन को 10 किलो आटा, एक किलो दाल, दो किलो चावल, तेल, शकर, प्याज आदि दिए गए। 15 हजार लोगों को औषधियां वितरित की गईं।
गुजराती समाज : संगठन ने दिया लाखों का दान
कोरोना काल में गुजराती समाज ने 30 लाख रुपये की राहत राशि प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष में दी। इसके अलावा गीता भवन ने 11 लाख, सेंट्रल जिमखाना ने दो लाख 51 हजार का दान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया। इसके अलावा लायंस अन्न् रक्षामि चैरिटेबल ट्रस्ट ने मिनी वेंटिलेंटर, संस्था सहायता ने पीपीई किट, बालाजी सेवा संस्थान के साथ विभिन्न संगठनों ने मास्क और सैनिटाइजर वितरित किए।