बच्चों ने खिलौना प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ी और बस्तरिया संस्कृति की दिखी झलक
कोंडागांव. बच्चों में ज्ञान के साथ-साथ कला कौशल विकास को सक्षम बनाने और नवाचारी शिक्षा के तहत आज कोंडागांव विकासखंड अंतर्गत संकुल बनजुँगानी में संकुल स्तरीय खिलौना प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें 15 प्राथमिक एवं 7 उच्च प्राथमिक शालाओं के बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रकार के पारंपरिक, गणितीय,पर्यावरणीय, स्थानीय, वैज्ञानिक और सामाजिक मूल्यों पर आधारित खिलौने बनाकर प्रदर्शन किए गए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित बृजलाल पटेल प्राचार्य हाई स्कूल मालाकोट, उमेश मंडावी प्राचार्य हायर सेकंडरी स्कूल किबई बालेंगा और साथी शिक्षकों के द्वारा बच्चों के द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रकार के पारंपरिक खिलौने नांगर बैला,आंगा देवता,मांदर बाजाऔर बैलागाड़ी प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा,वही आधुनिकता के साथ-साथ छत्तीसगढ़ी और बस्तर की संस्कृति की झलक खिलौनों में दिखी। बच्चों के द्वारा बनाए गए गणितीय और पर्यावरणीय खिलौने बहुत ही आकर्षक रहे। प्रदर्शनी में प्राथमिक स्तर पर प्राथमिक शाला कोकोड़ी और माध्यमिक स्तर पर उच्च प्राथमिक शाला किबई बालेंगा के बच्चों के द्वारा बनाए गए खिलौने प्रथम स्थान पर रहे। सभी प्रतिभागियों को उपहार देकर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में संकुल समन्वयक रोशन बाबू सहारे,रूप दास नाग, राम सिंह नेताम,भारत कौशल,गंगा मरकाम,कमल कश्यप,जैनी नेताम, माधुरी मेश्राम,कुंती नाग,प्रीति गोस्वामी,हेमवती कुमेटी,अनुपा निषाद आरती किंडो,सुकमन नेताम, उमेश देवांगन,बीरस यादव, वीरेंद्र नाग, सूरज नेताम, राजकुमार यादव,दया नेताम,गंगा नेताम,प्रभू मरकाम,राजू भोयर,संतोष ठाकुर संजय सेठिया,रमेश ठाकुर,संतोष निषाद और संकुल के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का विशेष योगदान रहा।