कोल्लम. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कोल्लम जिले के थांगस्सेरी तट पर मछुआरों से बातचीत की। केरल में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। कांग्रेस नेता पिछले दो दिनों से राज्य की यात्रा पर हैं। राहुल यहां मछुआरों के साथ उनकी नाव में बैठकर समुद्र में भी गए। उन्होंने अपनी यात्रा तड़के चार बजकर 30 मिनट पर वाडी तट से शुरू की और करीब एक घंटे तक वहां रहे और फिर बातचीत स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मछुआरों के साथ मिलकर समुद्र में मछली पकड़ने वाला जाल फेंका और उनके साथ मछली भी पकड़ी।
ब्लू टीशर्ट और खाकी पैंट पहने कांग्रेस नेता ने तट पर वापसी के दौरान वहां खड़े लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के सी वेणुगोपाल और सांसद टी एन प्रतापन भी इस दौरान राहुल गांधी के साथ थे। प्रतापन राष्ट्रीय मछुआरा कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। बातचीत के दौरान गांधी ने कहा कि वह हमेशा मुछआरा जीवन का अनुभव लेना चाहते थे।
उन्होंने कहा, “आज तड़के मैं अपने भाइयों के साथ समुद्र में गया। नाव की यात्रा शुरू होने से लेकर उसकी वापसी तक उन्होंने सभी खतरे उठाए…खूब मेहनत की। वे समुद्र में जाते हैं, जाल खरीदते हैं लेकिन उसका फायदा कोई और उठाता है।” उन्होंने कहा, “हमने मछली पकड़ने की कोशिश की लेकिन सिर्फ एक मछली मिली। इतनी मेहनत के बाद भी जाल खाली रह गया। यह मेरा अनुभव है।”
केरल में कांग्रेस नीत यूडीएफ विपक्ष ने वाम मोर्चे की सरकार पर गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए अमेरिका की एक कंपनी के साथ कथित अनुबंध को लेकर कई तरह के आरोप लगाए हैं और इस मुद्दे के बीच ही राहुल गांधी का मछुआओं के साथ बातचीत करना राजनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण है। अमेरिकी कंपनी को लेकर विवाद के बीच मुख्यमंत्री पी विजयन ने संबंधित अधिकारियों को अमेरिकी कंपनी ईएमसीसी और केरल राज्य इन्लैंड नेविगेशन कॉर्पोरेशन (केएसआईएनसी) के साथ समझौता ज्ञापन रद्द करने और किन परिस्थितियों में इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये, इसकी जांच करने के निर्देश दिए थे।