अतिथि व्याख्याता के लिए आवेदन आमंत्रित
गरियाबंद। शासकीय वीर सुरेन्द्र साय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,गरियाबंद के प्राचार्य डॉ ए आर सी जेम्स ने जानकारी दी कि महाविद्यालय में अतिथि व्याख्याता हेतु आयुक्त उच्च शिक्षा संचालनालय रायपुर के पालन में महाविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए अतिथि व्याख्याता पद पर अध्यापन कार्य हेतु आवेदन पत्र आमत्रित किया जाता है। आवेदक आवेदन पत्र पंजीकृत डाक अथवा स्वयं उपस्थित होकर 25 फवरी से 03 मार्च तक कार्यालयीन समय में जमा कर सकते है। शैक्षणिक योग्यता स्नातक स्तर एवं स्नातकोत्तर स्तर पर न्यूनतम 50त्न प्राप्तांक होना अनिवार्य है। अजा, अ.ज.जा. के आवेदको को शासन के नियमानुसार छूट का प्रावधान है। नेट / सेट/पी.एच.डी./एम.फिल. आवेदकों को प्राथमिकता दी जायेगी। चयनित आवेदको को प्रति व्याख्यान 200/- रू. जो प्रति दिवस 800/- रू तथा प्रति माह अधिकतम 20800/- रु. का भुगतान किया जायेगा। कार्यरत अतिथि व्याख्याता की सेवायें भविष्य में नियमितीकरण का आधार नहीं बनेगी न ही वरीयता बर्ताव के हकदार होगें। रिक्त पद पर नियमित प्राध्यापक/ सहायक प्राध्यापक के स्थानांतरण अथवा नियमित नियुक्ति होने पर अतिथि व्याख्याता की सेवायें स्वमेव समाप्त हो जायेगी। रसायन, बॉयोटेक्नोलॉजी , समाज शास्त्र विषय के एक एक पद पर अतिथि व्याख्याता के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है ।
लोन की मांग को लेकर गरियाबंद कलेक्टर के सौपा गया ज्ञापन
गरियाबंद। नगर पालिका गरियाबंद के राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत समूह द्वारा हस्त शिल्प प्रशिक्षण कर बैंक ऑफ बड़ोदा गरियाबंद में विगत 3 माह से समूह के द्वारा लोन लेक्ट हस्त शिल्प कार्य करने के लिए औजार खरीदने व अन्य समाग्री क्रय करने के लिए लोन की आवश्यकता होने के चलते बैंक आफ बड़ौदा से लोन की मांग किया गया है लेकिन विगत बैंक प्रबंधक द्वारा विगत 3 माह से लगातार हर सप्ताह अध्यक्ष सचिव को आने के लिए समय दिया जाता है , परंतु आज तक समूह वालो का लोन पास नही किया गया है और हर सप्ताह बुलाए जाने से समूह के लोगो को परेशानियों का सामना भी करना पड़ता हूं । फिर भी कोई संतोषप्रद जवाब नही मिलता । जिससे समूह के द्वारा प्रशिक्षण लेने के बाद रोजगार नही मिल पा रहा है ।जिससे क्षुब्ध समूह के सदस्यों के द्वारा अपरकलेक्टर जे आर चौरसिया को क्लेल्टर के नाम ज्ञापन सौपते हुए लोन दिलवाने की मांग किया गया ।
छत्तीसगढ़ ठेकेदार संघ ने चार मांगों को लेकर दिया धरना
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ प्रदेश निर्माण ठेकेदार द्वारा समस्याओं का निराकरण हेतु 4 सुत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन के माध्यम से ज्ञापन दिया । जिसमे उन्होंने अपनी मांगो पर विचार करने का आग्रह किया है । जिसमे गौण खनिज रॉयल्टी की छ.ग शासन द्वारा राजपत्र में प्रकाशित दरें एवम बाजार दर के द्वारा निर्माण ठेकेदारो की जो कटौती की जा रही है जो कि व्यवहारिक नहीं है । प्रदेश सरकार की रॉयल्टी की दरों की कटौती ठेकेदारों के द्वारा स्वीकार्य है परन्तु बाजार दर अनुचित है बताया गया वही वर्तमान समय में गिट्टी मुरूम रेत बाजार दर से कटौती की जायेगी तो ठेकेदारों के द्वारा निर्माणधीन कार्यो का घर बेचकर भुगतान करना पड़ेगा । लोक निर्माण विभाग में निर्माण कार्यों के रखरखाव हेतु पाँच वर्ष की समय सीमा निर्धारित की गई है । एवम् जल संसाधन विभाग में दस वर्षों की रखरखाव एनीकट बांध डेम यस वर्ष रखी गई है । जो पूर्णत: व्यवहारिक नहीं है । जिसे संशोधित किया जाऐ अथवा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और ए डी बी द्वारा जो निर्माण कार्य कराये जा रहे है , उनमें रखरखाव हेतु विभाग द्वारा भुगतान किया जाता है । इस नियम को लागू करने को मांग को लेकर अपरकलेक्टर जे आर चौरसिया को ज्ञापन सौपे ।