छत्तीसगढ़राजनीति

देशी-विदेशी शराब पर विशेष कोरोना शुल्क से प्राप्त राशि के उपयोग के मुद्दे पर सदन गरमाया

0-आबकारी मंत्री की ओर से वनमंत्री ने दिया उत्तर कहा-इससे प्राप्त राशि को निर्धारित उद्देश्यों के लिए खर्च किया जाएगा
0-मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने किया बहिर्गमन
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में जारी बजट सत्र के दौरान बुधवार को प्रदेश में देशी और विदेशी शराब पर विशेष कोरोना शुल्क से प्राप्त राशि के उपयोग का मुद्दा भाजपा सदस्यों ने जोरशोर से उठाया। इस मुद्दे पर आबकारी मंत्री की ओर से वनमंत्री मो. अकबर ने कहा कि विशेष कोरोना शुल्क से प्राप्त राशि का अभी उपयोग नहीं किया गया है और इसका व्यय निर्धारित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर भाजपा सदस्यों सहित जनता कांग्रेस छग के विधायक धर्मजीत सिंह ने बहिर्गमन कर दिया।
प्रश्रकाल में आज भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने यह मुद्दा उठाते हुए आबकारी मंत्री से पूछा कि 02 मई तथा 15 मई 2020 को छग राजपत्र वाणिज्य कर आबकारी विभाग मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर द्वारा देशी-विदेशी के फुटकर विक्रय दर पर 10-10 रूपये प्र्रतिशत की दर से विशेष कोरोना शुल्क अधिरोपित करने की अधिसूचना के अनुसार दोनों मदो से 03 फरवरी 2021 तक कितनी राशि प्राप्त हुई एवं उक्त राशि का कोरोना महामारी के लिए स्वास्थ्य विभाग को इस मद से कितनी राशि उपयोग में लायी गयी है तथा कितनी राशि बची है।
इसके जवाब में आबकारी मंत्री की ओर वनमंत्री मो. अकबर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि देशी मदिरा से विशेष आबकारी शुल्क के रूप में 198 करोड़ 19 लाख 98 हजार 240 एवं विदेशी मदिरा से 166 करोड़ 55 लाख 38 हजार 808 रूपये प्रश्रावधि तक छग स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा शासकीय कोष में जमा की गई।
उन्होंने यह भी बताया कि राशि अभी तक उपयोग में नहीं लायी गई है। मंत्री श्री अकबर ने यह भी बताया कि दोनो मदों से प्राप्त राशि की सामान्य प्रशासन विभाग के अंतर्गत गठित मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन एवं विकास प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत कर व्यय किया जाना है जिसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को द्वितीय अनुपूरक में 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
मंत्री द्वारा दिए उत्तर के बाद भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने इस पर कहा कि जिस उद्देश्य से देशी-विदेशी शराब पर शुल्क लगाया गया है उस राशि का एक रूपये भी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना एक दौर गुजर चुका है, वहीं देश के कुछ राज्यों में कोरोना का दूसरा दौर फिर शुरू होने की खबरें आ रही है, जिसमें छग राज्य भी शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना शुल्क की राशि का स्वास्थ्य विभाग की जगह दूसरे मदों पर खर्च किया जा रहा है जो प्रदेश की जनता के साथ अन्याय है।
जनता कांग्रेस छग के विधायक धर्मजीत सिंह ने इस मामले में मंत्री से पूछा कि क्या विशेष कोराना शुल्क से प्राप्त राशि को वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य विभाग को देंगे। इस पर मंत्री मो. अकबर ने कहा कि निर्धारित उद्देश्यों में राशि खर्च की जायेगी। इसके बाद भाजपा सदस्यों ने मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर बहिर्गमन कर दिया।

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