रायपुर। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान और छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (सीएससीएस) के बीच विवाद गहराता जा रहा है। इंडिया लीजेंड्स टीम से रोड सेफ्टी क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने पहुंचे इरफान पठान ने मैच के पहले वर्चुअल मैच प्री प्रेसवार्ता में नईदुनिया के रिपोर्टर के सवाल पर छत्तीसगढ़ संघ को आड़े हाथों लिया है।
उन्होंने यह तक कह दिया कि छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ चलाने वालों को अक्ल तक नहीं। क्रिकेट को बढ़ाने नहीं, बल्कि खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं। अपनी नाकामी छुपाने के लिए संघ उल्टे-सीधे जवाब दे रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के मीडिया प्रभारी राजेश दवे ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि इरफान झूठ बोल रहे हैं।
कोच द्वारा उनके भाई यूसुफ पठान को छत्तीसगढ़ टीम से खिलाने को कहा जा रहा था। टीम में शामिल नहीं करने पर वह अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। इरफान पठान ने छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ ने अब तक घरेलू टूर्नामेंट में कुछ हासिल नहीं किया है। इसके बाद भी संघ के पदाधिकारी कोच की नियुक्ति कर एक ही टूर्नामेंट के बाद टीम से बाहर कर दे रहे हैं।ऐसे में कोई भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोच छत्तीसगढ़ क्यों आना चाहेगा? छवि खराब होती है। वहीं उन्होंने कोच मिलाप मेवाड़ा को लेकर कहा कि जबकि उन्हें ज्यादा पैसे देने और दो साल का कांट्रैक्ट साइन कर ट्रेनिंग देने के लिए बुलाया जाता है और आधी सीरीज में ही उन्हें वापस भेज दिया जाता है। वहीं उन्होंने यूसुफ पठान को छत्तीसगढ़ टीम में शामिल करने की बात को लेकर कहा कि वे इंटरनेशनल प्लेयर हैं, उनके पास संघ की कमी नहीं है। यदि उन्हें खेलना ही होगा तो वे जम्मू या वड़ोदरा से खेल सकते हैं। छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ को इस पर विचार करना चाहिए।यह है मामला
इससे पहले पांच मार्च के पूर्व इंडिया और बांग्लादेश के बीच प्री प्रेस कान्फ्रेस में पूछे गए सवाल पर इरफान ने छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ को लेकर बड़ी बात कही थी। इरफान ने कहा था कि छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ ही नहीं चाहता कि यहां के खिलाड़ी आगे बढ़ें। एक टूर्नामेंट में कोच को हटा दिया जा रहा है, जबकि यहां टैलेंट की कमी नहीं है। अच्छे खिलाड़ी भी हैं, जिस पर छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ ने सफाई दी थी कि कोच को ट्रायल के रूप में लाया गया था, वहीं यह भी कहा था कि कोच द्वारा इरफान के भाई यूसुफ पठान को छत्तीसगढ़ टीम में लाने के लिए दवाब बनाया जा रहा था।