बच्ची का इलाज कराने दर-दर भटकती रही मां
रायपुर। अपनी बच्ची का इलाज कराने के लिए अस्पतालों में दर-दर एक मां भटकती रही। जिला अस्पताल से भगाया भी गया। इस बात को लेकर हंगामा हुआ। फिर, डीकेएस अस्पताल में बच्ची को भर्ती कराया गया।
जशपुर निवासी रुखशाना कुरैशी ने बताया कि उनकी बच्ची रिम्शा कुरैशी (4) को गंभीर बीमारी की शिकायत के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बीच गलत तरीके से दवाइयां दी गई। बच्ची के पैर में इंफेक्शन को देखते हुए चार फरवरी को एम्स में भर्ती किया गया। पैर में आई खराबी को देखते हुए बच्ची के पैर को काटा गया।
इलाज के बाद एम्स से छह मार्च को डिस्चार्ज कर दिया गया। बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए रुखशाना ने रिम्शा को ओम अस्पताल में भर्ती कराया। रुखशाना ने बताया कि पैसे की समस्या और आयुष्मान कार्ड न चलने की बात को लेकर बच्ची को सात मार्च को डीकेएस अस्पताल में भर्ती किया गया।
डीकेएस अस्पताल में न्यूरोसर्जरी, न्यूरो फिजिशियन के माध्यम से इलाज के बाद बुधवार को बच्ची को कालीबाड़ी जिला अस्पताल रेफर किया गया। सुबह 11 बजे से शाम तक चक्कर काटने के बाद भी कालीबाड़ी अस्पताल में बच्ची को भर्ती नहीं करने पर भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरीशंकर श्रीवास की पहल से बच्ची को डीकेएस अस्पताल में रखा गया है।
मामले में डीकेएस अस्पताल के सह अधीक्षक डाक्टर हेमंत शर्मा ने बताया कि बच्ची को कालीबाड़ी अस्पताल रेफर किया गया। वहां उसे पीडियाट्रिक वार्ड में रखा जाना था। भर्ती ना करने पर यह समस्या आई है। हमने डीकेएस अस्पताल में उसे अभी रखा है।