निजी अस्पतालों में कोरोना वैक्सिनेशन होगा बंद
बिलासपुर। जिले में कोरोना का टीकाकरण पूरी तरह निश्शुल्क करने की तैयारी है। निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन बंद कर दिया जाएगा। अभी निजी अस्पतालों में टीके के लिए 250 रुपये शुल्क लिया जा रहा हैं। जिले में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगाने की शुस्र्आत की गई थी। स्वास्थ्य कर्मियों के बाद विभिन्न् सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई गई। अब 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। जिले में करीब 54,000 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। वहीं स्टाक में करीब 20,000 वैक्सीन बची हुई है।
वैक्सीन सरकारी अस्पताल में निश्शुल्क है तो निजी अस्पतातों में 250 रुपये शुल्क लिया जा रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर गरीब परिवार निजी अस्पताल में वैक्सीन नहीं लगवा पा रहे हैं। दूसरी तरफ वैक्सीनेशन के आड़ में निजी अस्पताल की गड़बड़ी की आशंका थी। इसके चलते शासन ने योजना में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है। अब निजी अस्पताल में कोरोना वैक्सिनेशन बंद कर दिया जाएगा।
इस संबंध में आदेश भी आ गया है। जिले में फिलहाल पांच निजी अस्पताल में वैक्सिनेशन चल रहा है। अब यहां किसी को पहले चरण का डोज नहीं लगाया जाएगा। वहीं पहला डोज लगवा चुके लोगों को यहीं दूसरा डोज लगाया जाएगा।
कोरोना टीकाकरण: वेटिंग से बचने टोकन व्यवस्था शुरू
जिले के 52 वैक्सीनेशन सेंटर में से 30 सरकारी सेंटरों में लोगों को निश्शुल्क कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। हर दिन पांच हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है ताकि जल्द से जल्द अभियान पूरा हो सके। इधर बड़ी संख्या मंे बुजुर्ग टीका लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसकी वजह से उन्हें वेटिंग मंे रखना पड़ रहा है।
अब बुजुर्गों को असुविधा से बचने के लिए टीकाकरण केंद्रों में टोकन की सुविधा शुरू की गई है। सरकारी सेंटरों में जाकर जिस दिन वैक्सीनेशन कराना है, उसका पहले से टोकन ले सकते हैं। सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शनिवार के लिए टोकन दिया जाएगा। इसके बाद निर्धारित दिन व समय पर पहुंचकर टीका लगवाना होगा।
सभी को निश्शुल्क वैक्सीनेशन के तहत निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन को बंद किया जाएगा। लोगों की सुविधा के लिए सेंटरों की संख्या बढ़ाने के साथ टोकन व्यवस्था शुरू की गई है।