मध्य भारत में शांति के लिए नारायणपुर से शुरू हुई दांडी यात्रा
नारायणपुर । नई शांति प्रक्रिया के तहत मध्य भारत में शांति के लिए शुक्रवार से दांडी यात्रा 2 शुरू हो रही है। 12 से 23 मार्च के बीच, नक्सल पीड़ित परिवार और नागरिक समाज के सदस्य नारायणपुर से रायपुर तक 222 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस रैली का लक्ष्य सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच कभी न खत्म होने वाली लड़ाई को रोकना और बस्तर को हिंसा से मुक्ति दिलाना है।
आज ही के दिन, 91 साल पहले महात्मा गांधी जी ने दांडी मार्च का नेतृत्व किया था, जिन्होंने पीड़ितों को इस पदयात्रा के लिए प्रेरित किया था। इसी कारण इस पदयात्रा का नाम दांडी मार्च 2.0 रखा गया है। नई शांति प्रक्रिया की शुरुआत 2018 में हुई और तब से इसकी लक्ष्य मध्य भारत में शांति रही है।
अक्टूबर 2020 में बस्तर के भीतर एक जनमत संग्रह आयोजित किया गया था जिसमें 92% लोगों ने भागीदारी के पक्ष में मतदान किया था। उस जनमत को आगे बढ़ाने के लिए नक्सलियों और सरकार से अपील के रूप में इस पदयात्रा को आयोजित किया जा रहा है, ताकि बातचीत के द्वारा लोगों को एक सामाजिक समाधान मिल सके। रायपुर पहुंचने पर, चैकले मददी (गोंडी शांति: शांति के लिए बैठक) आयोजित की जाएगी जहां पीड़ित, सर्व आदिवासी समाज के सदस्य और नागरिक समाज के सक्रिय सदस्य अपनी कहानियों, दृष्टिकोणों और मांगों को सामने रखेंगे।