मार्च के अंतिम दिनों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी
० माड़पाल और नानगुर में लगने वाला मेला पर लगा प्रतिबंध
० दूसरे राज्य से आने-वाले सात दिन रहेंगे होम चरेंटाइन
जगदलपुर। कोरोना एक बार फिर मार्च के अंतिम दिनों में अपनी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, 20 मार्च के बाद से हर दिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। और अब यह संख्या बढ़ते-बढ़ते प्रतिदिन 20 तक पहुंच गई है। बस्तर जिले में पिछले चार दिनों में ही कोरोना के नए पचास से ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जो नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं इनमें शहरी संक्रमितों की संख्या अधिक है। चार दिनों में मिले नए पचास मरीजों के बाद अब जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 80 पर पहुंच गई है।
सरकार द्वारा कोरोना टीकाकारण को लेकर जारी की गई नई गाइडलाइन के अनुसार 01 अप्रैल से 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकारण किया जाएगा। इसके तहत 01 जनवरी 1977 से पहले जन्मे सभी लोगों को टीकाकारण अभियान में शामिल किया जाएगा। यह लोग कोविड पोर्टल पर पहले से ऑनलाइन पंजीकरण कराकर या टीकाकारण केंद्र पर तत्काल पंजीकरण कराकर कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। इसके बाद उन्हें टीकाकारण का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। कोरोना का पहला टीका लगाने के समय ही अस्पताल से प्रमाण पत्र लेना चाहिए। यह प्रमाण पत्र हार्ड कॉपी या अनलाइन नि:शुल्क लिया जा सकता है। यदि कोई अस्पताल नि:शुल्क प्रमाण पत्र देने में आनाकानी करे, तो टोल फ्री नंबर 1075 पर इसकी शिकायत करें।
जिला कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में धारा 144 लागू होने के बाद अब सभी तरह के सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक कार्यक्रम प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। राज्य के बाहर से बस्तर आने वाले सभी लोगों को 07 दिन तक होम च्ॉरेंटाइन में रहना होगा। धारा 144 लागू होने के चलते होलिका दहन के दिन माड़पाल और नानगुर में लगने वाला मेला पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर रोक लगाने के लिए सभी पर्यटन स्थलों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। रेल, सड़क मार्ग अथवा हवाई जहाज से राज्य के बाहर से आने वाले सभी लोगों को 07 दिन तक होम चरेंटाइन में रहना जरुरी होगा। चरेंटाइन का पालन नही करने और बाहर निकलने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सभी से घोषणापत्र भरवाए जा रहे हैं। कोविड पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन में रखने की प्रक्रिया भी काफी सरल कर दी गई है। कम लक्षण वाले लोगों मरीजों को धरमपुरा स्थित कोविड केयर सेंटर में भी भर्ती करने की सुविधा है। इसके लिए बस्तर नोनी या कंट्रोल रुम में संपर्क कर आवश्यक जानकारी हासिल की जा सकती है।