आदिवासियों को बेघर कर गांधी परिवार को खुश करना चाहते हैं मुख्यमंत्री – महेश गागड़ा
बीजापुर। पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने प्रदेश के बोधघाट परियोजना के नाम बदलने पर कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदिवासियों को बेघर कर गांधी परिवार को खुश करना चाहते है। इस कारण बोधघाट परियोजना का नाम बदलकर इंदिरा गांधी जल सरोवर का कर दिया गया है, जबकि इसके बनने से हजारों गरीब आदिवासी बेघर हो जाएंगे।
पूर्व वन मंत्री ने कहा कि यदि बारसूर स्थित सात धार नदी में बांध बन जाता है तो नदी किनारे बसे 52 पंचायत क्षेत्र प्रभावित होगा, आदिवासी गरीब किसान बेघर हो जाएगा और दर दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। क्षेत्र के आदिवासी गरीब किसानों से मुख्यमंत्री न चर्चा करना चाहते है और ना ही इनके विस्थापन के लिए कारगर योजना बनाया जा रहा है। बस प्रदेश के मुख्यमंत्री गांधी परिवार को खुश करने के लिए अपने प्रदेश के आदिवासियों के दुख दर्द को दर किनार कर दिए है। हम विपक्ष में होने के नाते इसका पुरजोर विरोध करेंगे और जरूरत पडऩे पर आदिवासी किसान भाइयों के साथ सड़क की लड़ाई लडऩे से भी पीछे नही हटेंगे।
ज्ञात हो कि पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा के द्वारा मंगलनार इंद्रावती नदी के किनारे जिले भर के पत्रकारों के लिए मिलन समारोह का आयोजन किया गया था। जहां कोरोना काल में पत्रकारों के द्वारा किये गए कार्यो की सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्र भी प्रदाय किया गया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास राव, घासीराम नाग, सतेंद्र सिंग ठाकुर, त्रिपति कटला, डोलेस झाड़ी सहित जिले के भाजपा के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।