खबरें गरियाबंद की….
खट्टी गांव में गहराया पेयजल संकट , सुखा कुआं बावली
गरियाबंद। यह दृश्य शहर का नहीं है जहां इस प्रकार लाइन लगा देखा जाना आम बात है पर गांव में इस प्रकार देखा जाना बहुत ही कम देखने को मिलता है । इस फ ोटो को देखकर समझा जा सकता है कि मार्च का महीना खत्म होने वाला है और अभी से ही जल संकट गांव में गहराने लगा है पांडुका क्षेत्र के ग्राम पंचायत रजनकटा के आश्रित ग्राम खट्टी व रजन काटा का है जहां पेयजल को लेकर ग्रामीणों को खासकर महिलाओं को एक बाल्टी पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है गर्मी की मार अभी पडी नहीं है कि अभी से ही कुआ बावड़ी हेड पंप और एनीकट नदी तालाब सूखने लगे हैं जिले में कई ऐसे गांव हैं जहां इस तरह के संकट हर बार हर साल ग्रामीण भोगते हैं हालांकि इस समस्या का आज तक केवल वैकल्पिक हल निकाल कर छोड़ दिया जाता है पर जनप्रतिनिधि केवल मूकदर्शक बनकर बैठे रहते हैं और आज तक पानी की समस्या को लेकर कोई कड़ा कदम नहीं उठाया जिस वजह से ग्रामीण एक एक बाल्टी पानी के लिए लंबी लंबी लाइन लगाने के लिए मजबूर होते हैं ठोस कदम उठाया जाने की बात को लेकर हमेशा जनप्रतिनिधि बात करते हैं
पर उसे अमलीजामा पहनाने में काफी समय लग जाता है और जनप्रतिनिधि एक के बाद एक 5 साल में बदलते रहते हैं पर ग्रामीणों की समस्या जस का तस बना रहता है पांडुका क्षेत्र में कई बड़े-बड़ेजनप्रतिनिधि है जो ग्रामीणों की समस्या को लेकर गंभीर नहीं दिखाई पड़ते
जतमई धाम पहुंचे कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर
पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं जतमई धाम में
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर अचानक जतमई धाम पहुंचे हालांकि इसकी जानकारी पहले से वन विभाग को थी पर मंत्री जी का प्रोग्राम कैंसिल होने के बाद फिर अचानक जतमई के लिए बना इस प्रकार खुद स्वयं मंत्री जतमई धाम पहुंचे और माता जतमई के पूजा पाठ किए और लगभग मंदिर एवं नेचर कैंप में 3 घंटे बिताए जहां उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी ली जिसमें सीसी एफ रायपुर जेआर नायक वन मंडल अधिकारी गरियाबंद मयंक अग्रवाल एसडीओ विश्वनाथ मुखर्जी वन परीक्षेत्र अधिकारी जेआर गाडेकर सहित वन विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे सूत्रों से पता चला है कि वन मंत्री मोहम्मद अकबर का अचानक दौरा जतमई धाम के लिए विकास एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से असीम संभावना की ओर से देखी जा रही है बता दें कि पूर्व में भी पर्यटन के दृष्टिकोण से जतमई धाम के विकास के लिए एवं वन परिक्षेत्र पांडुका के अंतर्गत जतमई घटारानी जंगल को वन अभ्यारण वा गौअभ्यारण सहित जंगली जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए प्रोजेक्ट बनाया गया था पर धरातल में आने से पहले ही प्रोजेक्ट फेल हो गया एक बार फिरअसीम संभावनाएं तलाशी जा रही है । साथ में हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक जतमई घटारानी मंदिर आते हैं जो माता की मंदिर दर्शन सहित पिकनिक स्पॉट के रूप में दर्शन कर आनंद लेते हैंसाथ ही साथ माता के मंदिर के नीचे तौरंगा जलाशय है जहां 12 माह पानी भरा रहता है को भी पर्यटन के दृष्टिकोण से सुसज्जित किया जाना है और गंगरेल बांध की तरह नौकायान वा पक्षी विहार के लिए प्रोजेक्ट बनाए जाने के संकेत मिल रहा है जिसमें सैकड़ों बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगी इस प्रकार का मंदिर व उसके आसपास घना जंगल में काफी जंगली जानवर है हालांकि लगातार हो रहे अवैध शिकार की वजह से यहां जानवरों की घटती संख्या चिंता का विषय है पर इन्हें अभ्यारण के रूप में बनाकर जंगली जानवर को बचाया जा सकता है साथ ही देश-विदेश की सैलानियों को लुभाने के लिए पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है एवम् मां घटारानी मंदिर के विभाग द्वारा बनाए गए कच्ची सड़क को पक्की सड़क के रूप में बनाने की अनुमति प्रदान की जा सकती है इस प्रकार जतमई घटारानी मंदिर की दूरी कम हो जाएगी आने जाने वाले राहगीरों व दर्शनार्थियों का इसका फायदा मिलेगा इसी प्रकार जतमई धाम में व्यापारियों के लिए व्यवसायिक परिसर बनाए जाने के संबंध में भी वन विभाग द्वारा मंत्रणा की जा रही है उसका भी प्रोजेक्ट आगे विभाग को भेज दिया गया है इस प्रकार पर्यटन के दृष्टिकोण से जतमई घटारानी क्षेत्र हजा एकड़ में फैला हुआ है जहां बहुत से जंगली जीव पाए जाते हैं इस प्रकार वन मंत्री का जतमई धाम में दौरा विकास की दृष्टिकोण से देखा जा रहा है
होली त्योहार के लिए गरियाबंद नगर में सजी रंग गुलाल की दुकान
गरियाबंद। एक तरफ पूरे देश मे कोरोना का प्रकोप जारी है जिसके चलते शासन प्रशासान के द्वारा त्योहार मनाने के लिए नित नए नियम बनाए जा रहे है ,इन सब नियमो को ध्यान में रखकर रंग गुलाल बेचने वाले ब्यपारि कुछ असमंजस की स्थिति में ठेव,फिर भी ये त्योहार सभी धर्म के लोगो के लिए खुशियों और भाईचारा के रूप में माना जाता है ,जिसके लिए देर से सही लेकिन रंग गुलाल और पिचकारी की दुकान पूरी तरह से सज गई है ,जिसमे ये खास रहा कि अब दुकानदार चाईना या अन्य फैंसी समान बेचने नही लाए है ,वही अधिकांश दुकानों में रंग गुलाल भी निजी उत्पादन का ही बेचते देखा गया है
सट्टा पट्टी लिखकर जुआ खिलाने वाला गिरफ्तार
० अवैध जुआ/सट्टा के विरूद्ध सिटी कोतवाली गरियाबंद की कार्यवाही
गरियाबंद। जिला गरियाबंद के पुलिस कप्तान भोजराम पटेल के दिशा निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर व संतोष महतो के मार्गदर्शन तथा अनुविभागीय अधिकारी गरियाबंद के पर्यवेक्षण में जिला के समस्त थाना क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित जुआ सट्टा में संलिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ सार्वजनिक धुर्त अधिनियम की धाराओं के तहत् अधिक से अधिक कार्यवाही करने के सम्बंध में थाना प्रभारियों को आदेशित किया गया है।
इसी कड़ी में सिटी कोतवाली गरियाबंद को एक औंर सफलता मिली हैं। जिसमें सिटी कोतवाली गरियाबंद में थाना प्रभारी निरीक्षक वेदवती दरियो द्वारा थाना क्षेत्र में अपने मुखबीर को सक्रिय किया गया। उक्त मुखबीर के द्वारा सूचना दिया गया कि डाकबंगला पर गरियाबंद के पास श्यामलाल नागेश के द्वारा अवैध रूप से सट्टा पट्टी लिख रहा है कि सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारीगण को सूचित किया गया जिसके बाद रेड कार्यवाही कर आरोपी श्यामलाल नागेश के कब्जे से गवाहों के समक्ष नगदी रकम 3,110?, 01 नग सट्टा पट्टी पर्ची, 01 नग डॉट पेन को जप्त कर छ0ग0 सार्वजनिक धुर्त अधिनियम की धारा 4 (क) के तहत् विधिवत कार्यवाही किया गया।
जिले के आला अफसरों से चर्चा करने पर बताये कि इस प्रकार की कार्यवाही आगे भविष्य में भी जारी रहेगा। क्षेत्र में इस प्रकार की कार्यवाही से आम जनता में उत्साह देखा गया।।उक्त कार्यवाही में निरीक्षक वेदवती दरियो, उप निरीक्षक चंदन सिंह मरकाम, प्रधान आरक्षक राघवेंद्र तोमर, आर0 सुशील पाठक, डिलोचन रावटे, रविशंकर सोनवानी, दिलीप तिवारी की सराहनीय भूमिका रही