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चार मई से शुरू होगी CBSE 10वीं बोर्ड की परीक्षा

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजुकेशन यानी कि सीबीएसई 10वीं बोर्ड की परीक्षा चार मई से शुरू हो रही है। भले ही इस बार कोविड-19 महामारी की वजह से परीक्षा का आयोजन देर से किया जा रहा है, लेकिन छात्र अभी भी अच्छे अंक लाने के लिए परेशान हैं। ऐसे में शिक्षाविद् राजेश कुमार सिंह ने बताया है कि जिन छात्रों की कोविड-19 की वजह से तैयारी नहीं हो पाई है वो रणनीति के तहत एक महीने पढ़ाई कर ले तो वो अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।

कुंवर्स ग्लोबल स्कूल के संस्थापक और प्रबंध निदेशक राजेश कुमार सिंह ने एक महीने की तैयारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।

स्वंय के लिए टाइम टेबल बनाएं

उन्होंने कहा कि छात्रों को खास विषय-आधारित टाइम टेबल बनाना जरूरी है। उन्हें यह देखना होगा कि उन्हें किस विषय पर ज्यादा पढ़ाई करने की जरूरत है या फिर वो किस विषय में कमजोर हैं। जैसे कि एक से तीन दिन तक अंग्रेजी पढ़ें, चौथे दिन से नौवें दिन तक हिंदी, 10वें दिन से 16वें दिन तक गणित, 17वें दिन से 21वें दिन तक विज्ञान, 22वें दिन से 26वें दिन तक सामाजिक विज्ञान पढ़ें और 26 वें दिन से 30 वें दिन तक रिवीजन करे। रिवीजन के दौरान वह प्रतिदिन एक विषय का रिवीजन करें।

जरूरी नहीं है कि छात्र इसी तरह से टाइम टेबल बनाएं। वो अपने अनुसार भी टाइम टेबल बना सकते हैं। यदि छात्र इस तरह के टाइम टेबल पर ध्यान देते हैं तो निश्चित रूप से उन्हें बोर्ड की परीक्षा में इसका लाभ मिलेगा।

अपने अध्ययन समय को लेकर केंद्रित बनें

राजेश सिंह ने कहा कि छात्रों को सलाह दिया है, आपने पढ़ाई करने के लिए दिन में कोई खास समय चुना है, तो अपनी पढ़ाई उसी रूटीन के साथ शुरू करें, क्योंकि समय के अनुसार पढ़ाई करना आसान होता है। आपका दिमाग उसी समय के अनुसार याद करने और जानकारी हासिल करने का आदी हो जाता है। इससे आप तेजी से चीजों को सीखेंगे भी। सिलेबस को पूरा करने के लिए हर दिन चार से पांच घंटे पढ़ाई करना बेहद जरूरी है।

स्वयं के लिए लक्ष्य निर्धारित करें

स्वयं के लिए लक्ष्य तैयार करना बेहद जरूरी है और अध्ययन करे का यह तरीका किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए अहम और प्रभावी माना जाता है। प्रत्येक स्टडी सेशन के लिए लक्ष्य निर्धारित करने की रणनीति एक चुनौती के तौर पर काम करती है। इससे यह फायदा होता है कि आपको क्या तैयार करना है। इससे पढ़ाई करने में मन भी लगता है, जिससे पाठ्यक्रम पूरा करने में आसानी होती है।

प्रत्येक स्टडी सेशन के बाद स्वयं का लें टेस्ट

राजेश सिंह ने बताया कि प्रत्येक स्टडी सेशन के बाद छात्रों का स्वयं का टेस्ट लेना चाहिए। दिन का लक्ष्य पूरा करने के बाद छात्रों को पुनः पढ़ी हुई चीजों का रिवीजन करें और कुछ प्रैक्टिस सवाल को हल करें। इससे उन्हें समझ में आएगा कि उन्होंने उस चैप्टर में क्या समस्या है और किन चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है।

संभव हो तो सैम्पल पेपर और पिछले साल के पेपर हल करें

बोर्ड परीक्षा की तैयारी के दौरान सैम्पल पेपर और पिछले साल के परीक्षा पेपर को हल करना बेहद जरूरी है। ऐसे प्रश्न पत्र आपको एग्जाम पैटर्न के बारे में आइडिया देते हैं, जिससे आपकों अध्ययन करने में आसानी मिलती है। इन पत्रों को हल करने पर भी आपको पता चलेगा कि आप किस विषय के किस टॉपिक पर कमजोर है। इसलिए आपको परीक्षा से पहले पांच से 10 साल पुराने प्रश्न पत्रों को हल करना जरूरी है।

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