कोरोना के साथ पानी की किल्लत झेल रहे राजधानी वासी
रायपुर। राजधानीवासी कोरोना के साथ ही पानी की किल्लत की मार झेल रहे हैं। गर्मी ने अभी अपना रंग दिखाया नहीं कि राजधानी के ब्राह्मणपारा, गुढ़ियारी और भनपुरी आदि कई इलाकों में पानी समस्या शुरू हो गई है। राजधानी का पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया है। ऐसे में पानी न मिलने से राजधानी वासियों का पारा चढ़ा हुआ है। गर्मी से पहले नगर निगम पानी की समस्या को खत्म करने का दावा कर रहा था।
निगम का दावा खोखला साबित होता दिखाई दे रहा है। निगम के इन इलाकों में पिछले कई दिनों से पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। कहीं पानी नहीं आ रहा है तो कहीं बदबूदार पानी आ रहा है। इसके साथ ही गुरुवार को इंटकवेल के पास राइजिंग लाइन की पाइप लाइन फूट गई, निगम अभी तक पाइप लाइन सुधार कार्य नहीं कर पाया है। इस कारण राजधानी के कई इलाकों में पर्याप्त मात्रा में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि पाइप लाइन बनाने का काम चल रहा है। जल्द ही पानी की समस्या खत्म हो जाएगी।
ज्ञात हो कि मनुष्य यदि भूखा है तो कई दिन तक रह सकता है, लेकिन पानी के बिना एक दिन भी जीना मुश्किल हो जाता है। गुरुवार को भाठागांव स्थित इंटकवेल के पास नदी से पानी लाने वाली मेन राइजिंग पाइप लाइन फट गई। इससे राजधानी के चार पानी की टंकियों में पर्याप्त मात्रा में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई थी। इससे गुरुवार को राजधानी के ईदगाह भाठा, बैरनबाजार, मोतीबाग और देवेंद्र नगर स्थित पानी की टंकी में पर्याप्त मात्रा में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। पाइपलाइन का काम शुक्रवार को भी पूरा नहीं हो पाया है। इन पानी की टंकियों से सप्लाई होने वाले वार्ड में पानी की किल्लत बनी रही।
होली से पहले नहीं आ रहा पानी
नेताजी कन्हैयालाल बंजारी वार्ड क्रमांक 15 निवासी प्रमोद तिवारी ने बताया कि शिव मंदिर के पास होली के पहले से वाल्ब खराब है। निगम अब तक सुधार कार्य नहीं कर पाई है। जिससे यहां के लोगों को होली के पहले से ही पानी की किल्लत से दो चार होना पड़ रहा है। वार्ड निवासी अपूर्व महापात्र का कहना है कि वास्तव में पानी की भीषण समस्या है जिससे आए दिन जूझना पड़ रहा है।
इन इलाकों में भी आ रही पानी की किल्लत
रायपुर नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने आरोप लगाया है कि गर्मी का अभी तक आगाज नहीं हुआ है और शहर के विभिन्ना स्थानों में जल समस्या आनी शुरू हो गई है। जिसमें प्रमुख रुप से राजा तालाब, समता कालोनी आदि वार्डों में जनप्रतिनिधि दूषित जल को लेकर परेशान है। भनपुरी, चंगोराभाठा, आत्मानंद वार्ड, समता कालोनी में पानी की बहुत अधिक समस्या हो रही है पार्षद टैंकर के लिए परेशान हो रहे है ब्राम्हण पारा में भी पानी की समस्या है।
138.93 करोड़ रुपये का भुगतान
ब्राम्हण पारा के कुछ क्षेत्रो में 15 दिनों से पानी ही नहीं आ रहा है और कुछ स्थानों पर गन्दा बदबूदार पानी आ रहा है। उनका कहना है कि अमृत मिशन योजना के तहत लगभग 138.93 करोड़ रुपये का भुगतान ठेकेदारों को होने के बावजूद अगर जनता पेयजल के लिए तरस रही है तो इसका जिम्मेदार कौन है, जबकि अमृत मिशन योजना का उद्देश्य है कि प्राथमिकता के आधार पर गरीबो और वंचितों को जलापूर्ति और कनेक्शन सहित जल उपलब्ध कराना है। जिम्मेदार अगर समय पर नहीं जागे तो आने वाले समय में हमें पीलिया और डेंगू जैसी बीमारी का सामना करना पड़ेगा।