रातभर खड़ी रही बस व ट्रकें, लॉकडाउन के कारण भूखे रहे यात्री
सुकमा। नक्सलियों ने रविवार शाम सुकमा के एनएच 30 पर सात वाहनों में आग लगा दी थी। जिसके बाद कोंटा व दोरनापाल में आने वाले वाहनों को रोक दिया गया। फोर्स वहां पहुंचने वाली है। इसके बाद रास्ता साफ हो सकेगा। इसके बाद ही वाहनों को रवाना किया जाएगा। वहीं, जाम में यात्री बस भी फंस गई, जिसमें सवार यात्री लॉकडाउन होने में कारण रातभर भूखे रहे।
कोंटा की सीमा पर करीब 200 वाहन खड़े हैं, जिसमे यात्री बस भी शामिल है। इसके अलावा दोरनापाल व एर्राबोर में भी वाहनों को रोका गया। शाम 7 बजे के बाद आने वाली सभी वाहनों को रोका गय,क्योंकि नक्सलियों ने वाहनों में आगजनी की तो उसमें से कुछ सड़कों पर ही खड़ी थी। लिहाजा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाहनों को रोका गया।
यात्रियों का कहना है कि शाम सात बजे के बाद बसों को यहां रोक दिया गया। लेकिन लॉकडाउन होने के कारण सभी दुकाने व होटल बंद है। इसलिए रातभर यहीं पर बिना कुछ खाए रहना पड़ा। एर्राबोर थाने के सामने खड़ी कांकेर की बस के परिचालक मंतोष ने बताया कि वह सात बजे से यहां पर है और भूख के मारे बेहाल है। हमारे साथ यात्री भी परेशान हैं।
नक्सलियों ने किया है भारत बंद का ऐलान
नक्सलियों ने भारत बंद का ऐलान 26 अप्रैल को किया था। उससे एक दिन पहले देर शाम को 400 मीटर के दायरे में सात वाहनों को आग के हवाले कर दिया। साथ ही मौके पर पर्चे व बैनर भी लगाए जिसमें भारत बंद का जिक्र किया गया। करीब एक घंटे तक एनएच 30 पर नक्सली उत्पात मचाते रहे।
नक्सलियों ने की थी आगजनी
देर शाम को भारत बंद के ऐलान से एक दिन पहले नक्सलियों ने एनएच 30 पर उत्पात मचाते हुए सात वाहनों में आग लगा दी। जिसके बाद आवागमन पूरी तरह बंद हो चुका था।