राज्य सरकार ने बनाया कोरोना को आर्थिक स्थिति मजबूत करने का हथियार -बाल सिंह बघेल
कोडागांव । जिला पंचायत सदस्य कोंडागांव बालसिंह बघेल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा जिले में लॉक डाउन लगा हुए लगभग सप्ताह भर गुजर जाने के बाद कलेक्टर द्वारा लॉकडाउन को बढ़ाया गया है। जो वर्तमान वस्तु स्थिति को देखते हुए सही निर्णय कहां जाना उचित होगा । जिसका मैं स्वागत करता हूं। लेकिन इस संकट के समय में आम जनता की परेशानी का भी ध्यान रखना शासन प्रशासन का दायित्व है | पूरा छत्तीसगढ़ आज लाक डाउन में है। यह लॉक डाउन है न कि कर्फ्यू आम जनता के दैनिक उपयोग की सामग्री लेने का अवसर दिया जाना चाहिए । शहरों में दैनिक उपयोग की वस्तु आसानी से मिल ही जाती है किंतु ग्राम में शहर की तुलना में कम है जिस तरह ग्राम के किराना व्यवसायी और अन्य व्यवसायी को शासन के आदमी जाकर चालान की कार्यवाही कर रहे हैं । बहुत ही निंदनीय है ऐसा लग रहा की कोरोना काल में आर्थिक मंदी झेल रही छत्तीसगढ़ सरकार को चालान कर राशि जमा करने का अवसर प्राप्त हुआ है, सरकार , कोरोना माहमारी की आर्थिक स्थिति मजबूत करने का हथियार बना लिया है। ग्राम में जाकर जिस तरह चालान की कार्यवाही किया जा रहा है। उससे तो ऐसा ही प्रतीत हो रही है शादी के अवसर में घर जाकर चालान किया जा रहा है ऐसा ही मुझे ज्ञात हुआ कि। ग्राम मूलमुला के एक परिवार की शादी के घर जाकर चालान किया गया । जो कि कोविड-19 के विषय अनुसार सादगी पूर्व शादी कर रहा था ।वही उसी ग्राम में एक परिवार जोकि डी जे लगाकर धूमधाम से शादी कर रहा था । उस पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई । मात्र समझाया गया है गांव वासियों के मिली जानकारी के अनुसार एक परिवार से ₹2000 चालान काटा गया ।और उससे कहीं अधिक राशि पुलिस कार्रवाई का डर दिखा कर लिया गया ।एक ही गांव में दो अलग-अलग कानून संचालित किया गया। इस महामारी में भी कांग्रेसी और बीजेपी को देखकर कार्यवाही प्रशासन कर रही है यह घोर निंदनीय है। मैं शासन प्रशासन से विनम्र निवेदन करना चाहता हूं कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना का प्रकोप जहां नहीं हुआ है। ग्राम पंचायत में पंचायतों के माध्यम से कुछ आवश्यक सामग्री ग्रामीणों को मिल सके ।ऐसा जिम्मेदारी ग्राम के प्रमुखों को देकर छोटे-छोटे दुकानदारों को खोलने की अनुमति दे देनी चाहिए ।ऐसा मेरा मानना है जिससे ग्रामीण आवश्यक वस्तु ले सकें।