स्टालिन 7 मई को लेंगे तमिलनाडु के CM पद की शपथ, जानें कौन बनेगा असम का मुख्यमंत्री
नई दिल्ली। चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के नतीजे सामने आ चुके हैं। बंगाल में जहां, टीएमसी की प्रचंड जीत हुई है वहीं, असम में बीजेपी ने भी आसानी से सत्ता में वापसी की है। तमिलनाडु की बात करें तो एमके स्टालिन भी सत्ता में वापसी करने में सफल रहे। उनके नेतृत्व में द्रमुक गठबंधन के खाते में 151 सीटों पर जीत दर्ज की है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर 7 मई को शपथ लेने जा रहे हैं। 68 वर्षीय एमके स्टालिन पहली बार 14 साल की उम्र में पार्टी के लिए वोट मांगते हुए दिखाई दिए थे। इस बार उनकी निगाह मुख्यमंत्री पद पर टिकी थी। स्टालिन के पिता करुणानिधि 5 बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। स्टालिन ने अपना पहला चुनाव 1991 में लड़ा था। तब से अबतक 6 बार वह विधानसभा के लिए चुनें जा चुके हैं।
तमिलनाडु में 234 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। द्रमुक गठबंधन के खाते में 151 सीटें और अन्नाद्रमुक गठबंधन के खाते में 70 सीटें गई हैं। इसके साथ ही राज्य में फिर एकबार एमके स्टालिन के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। 2016 के पिछले विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके को 136 सीटें जबकि विपक्षी डीएमके को 89 सीटें मिली थीं। कांग्रेस पार्टी को तब 8 जबकि अन्य के खाते में एक सीट गई थी।
कौन बनेगा असम का मुख्यमंत्री?
असम में विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को जारी नतीजों के खाते में 75 सीटें और कांग्रेस के नेतृत्व में बने महागठबंधन को 51 सीटें मिली हैं। बीजेपी 60 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। बीजेपी की सहयोगी पार्टी असम गण परिषद् (एजीपी) के प्रत्याशी 9 और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के प्रत्याशी छह सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव नतीजे सामने आने के बाद असम में मुख्यममंत्री पद को लेकर कयासबाजी तेज हो गई। हालांकि सरबानंद सोनोवाल के फिर से मुख्यमंत्री बनने की संभावना है। इसी सप्ताह वह सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। आपको बता दें कि असम में हिमंत बिस्व सरमा के सीएम बनने को लेकर भी चर्चा हो रही है।