गरियाबंद जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला ने दिया स्वस्थ बच्ची को जन्म
गरियाबंद। जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक और कोरोना संक्रमित महिला का सुरक्षित व सफल प्रसव कराया गया है। प्रसव के बाद से मां और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। ज्ञात हो कि यह आठवां अवसर है जब स्वास्थ्य विभाग सुरक्षित प्रसव कराकर मां और नवजात को नई जिंदगी मिली है। इसके पहले छह बार कोविड सेंटर और एक बार जिला अस्प्ताल में भी कोरोना संक्रमित महिला का प्रसव कराया जा चुका है। इधर सुरक्षित प्रसव के पश्चात हॉस्पिटल के नर्स, स्टाफ और डॉक्टर ने खुशी जाहिर करते हुए अनिता और उनके परिवार को बधाई दी है।
सोमवार को जिला अस्प्ताल गरियाबंद में दूसरी बार नन्ही किलकारी गूंजी है। इस बार फिंगेश्वर ब्लाक के ग्राम बरभाठा की 24 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला अनिता यादव ने यहां स्वस्थ बधाी को जन्म दिया है। प्रसव के बाद मां और बधो दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं। स्वास्थ्य विभाग की डीपीएम डॉ रीना ने बताया कि जिले में यह कोरोना संक्रमित महिला से आठवी सफल और सुरक्षित प्रसव है।
डीपीएम डॉ रीना ने बताया कि जिले का स्वाथ्य अमला बेहतर सेवाओं से कोरोना के मरीजों का दिन रात उपचार कर रहे हैं। इसके सुखद परिणाम भी मिले हैं। जिले में कोरोना मरीजों के लगभग 80 प्रतिशत मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। इस दौरान कई बार गर्भवती महिलाएं भी कोरोना से संक्रमित होकर उपचार हेतु यहाँ भर्ती होती है। ऐसे में डाक्टरों और स्वास्थ्य अमला पर दोहरी जिम्मेदारी होती है। एक तो महिला को कोविड से मुक्त करना और सुरक्षित प्रसव कराना ताकि दोनों को नया जीवन मिल सके। गरियाबंद स्वास्थ्य विभाग ने इसे चुनौती के रुप में स्वीकार करते हुए अपनी सेवाएं दी है। फलस्वरूप जिले में अब तक आठवी सफल डिलीवरी हो चुकी है। इससे ड्यूटी में तैनात समस्त स्टाफ उत्साहित है।
सुरक्षित प्रसव इनका रहा योगदान
सुरक्षित प्रसव में डॉ अजय जांगड़े, डॉ मयंक देवांगन एवं स्टाफ नर्स सनत मंडावी, प्रतीक्षा यादव एवं पूजा साहू की विशेष भूमिका रही। इसके पहले भी विगत 26 अप्रैल को भी गरियाबंद ग्राम कोचबाय की ममता कश्यप, 29 अप्रैल को मैनपुर की रूखमणी ध्रुव तथा 1 मई को छुरा पाटसिवनी की भुनेश्वरी सोरी ने स्वस्थ बधो को जन्म दिया।