इम्यूनिटी बढ़ाने धनवटी, अश्वगंधा, गुड़ूची, अखरोट, चिलगाेजा और अंजीर खाएं
रायपुर। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का आयुर्वेद में सबसे प्रचलित तरीका प्रतिदिन काढ़ा का सेवन करना है, चूंकि सभी के शरीर की अलग-अलग विशेषता होती है। कोई पचा लेता है तो किसी को दस्त आदि समस्या पैदा हो जाती है। इसलिए चिकित्सक से सलाह लेकर ही काढ़ा पीएं।
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.जी.अनिता गायत्री बता रही हैं कि आधा कप से भी कम काढ़ा सुबह खाली पेट चाय की तरह पीना चाहिए। यह थोड़ा गर्म हो और तुरंत बनाया हुआ होना चाहिए। इसके अलावा गुड़ूची की एक गोली सुबह और एक गोली शाम को सेवन करें। आयुर्वेदिक औषधि धनवटी, अश्वगंधा और भूमि आंवलकी भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है।
इन दिनों सबसे ज्यादा लोग गोल्डन मिल्क यानी दूध, हल्दी का सेवन कर रहे हैं। इसमें एक बात का ध्यान रखें कि दूध में हल्दी को खाैलाकर न पीएं बल्कि कुनकुने दूध में एक चम्मच हल्दी डालें, ज्यादा पकाने से उसका असली गुण खत्म हो जाता है। कच्ची हल्दी ज्यादा फायदेमंद होती है, उसे हल्के गर्म पानी में डालकर पीने से खांसी में लाभ होता है। गिलोय को भी कूकर में पानी डालकर पकाएं और मात्र एक-दो चम्मच रस ही पीएं।
डायटिशियन सलाह- इम्यूनिटी बढ़ाने अखरोट, चिलगाेजा, अंजीर खाएं
शरीर स्वस्थ रखने के लिए विटामिन सी के गुणों से भरपूर नींबू, आंवला, संतरा एवं अन्य खट्टे फलाें का नियमित सेवन करना चाहिए। फल का सेवन करने से शरीर को अतिरिक्त एनर्जी मिलती है। कम से कम एक फल तो हर किसी को भोजन के दौरान खाना ही चाहिए। विटामिन सी युक्त हालिक का बीज भी फायदेमंद है।
सीनियर डायटिशियन डॉ.शीला शर्मा बताती हैं कि प्रोटीन के लिए शाकाहारी लोगों को अरहर दाल, मूंग दाल, मसूर दाल, छिलटे वाली दाल भोजन के साथ दो-तीन कटोरी पीना चाहिए। जो खर्च करने में सक्षम हों वे भोजन के अलावा सूखा मेवा प्रतिदिन अवश्य खाएं। इनमें अखरोट, चिलगोजा, अंजीर, खजूर, काजू, बादाम फायदेमंद है। ये महंगी चीजें हैं, लेकिन शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
सुबह और रात को एक गिलास दूध पीएं। पनीर का सेवन करें, लेकिन उसे ज्यादा तेज, मिर्च मसालों की सब्जी बनाकर न खाएं। साधारण तरीके से सब्जी बनाकर लें। कोई भी बीमारी ठीक करने के लिए शुगर लेवल सही होना चाहिए।
चाय, दूध, शर्बत में शक्कर कम डालें। ज्यादा शक्कर नुकसानदायी है। इसी तरह नमक भी ज्यादा न खाएं। संतुलन बनाकर चलें, उपर से नमक कभी न लें। इसके अलावा फूटा चना, दाल, दलिया, खिचड़ी खाएं। पानी खूब पीएं। हर दो घंटे में एक गिलास पानी शरीर के लिए लाभदायी है।