छत्तीसगढ़

शराब की होम डिलीवरी का फैसला शर्मनाक एवं दुर्भाग्यपूर्ण – प्रशांत पात्र

कोंडागांव। भाजयुमों जिलाध्यक्ष प्रशांत पात्र ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि केंद्र सरकार के लगातार प्रयासों के बावजूद राज्य सरकार वैक्सीन को लेकर सजग नही दिख रही है । प्रदेश सरकार द्वारा वैक्सीन कार्यक्रम को देर से शुरू करना सरकार के ढुलमुल रवैया को दर्शाता है । छत्तीसगढ़ प्रदेश को मिली कुल वैक्सीन में से 2.27 प्रतिशत वैक्सीन खराब होना राज्य सरकार की बड़ी लापरवाही है । इन टीकों को यदि युवाओं को लगा दिया जाता तो आज हजारों युवा सुरक्षित हो सकते थे । युवाओं को 2500रु बेरोजगारी भत्ता न दे पाना, शासकीय भर्ती न कर पाना, न ही उन्हे वैक्सीन मुहैया करवा पाना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश सरकार को युवाओं की कोई चिंता नही है । सरकार को चिंता है तो बस अपने खाली होते खजाने और राजकोषीय घाटे की जिसकी भरपाई के लिए आनन फानन मे शराब की होम डिलीवरी शुरू करने का फैसला ले लिया गया । कवासी लखमा जी से पूछना चाहूंगा कि आपको बिलासपुर और रायपुर में स्प्रिट या अन्य नशीली वस्तुओं के सेवन से हुई मौत तो दिख गई परंतु रोजाना कोरोना से होती मौतों पर चुप्पी क्यों साधे हुए है । शराबबंदी को लेकर आपकी सरकार का रवैया हमेशा से ढुलमुल रहा है । शराब की घर घर डिलीवरी कराए जाने का फैसला शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है जिसके लिए प्रदेश की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी ।

Patrika Look

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *