भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी करोड़ की डामरीकरण सड़क, निर्माण के कुछ महीनो बाद जर्जर
- ठेकेदार द्वारा पांच वर्ष दी गई गारंटी की डामरीकरण सड़क
कोण्डागांव । पत्रिका लुक
जिले में चल रहा स्तरहीन सड़क निर्माण का खेल पहले बनाओ स्तरहीन सड़क फिर करते रहो मरम्मत। आम जनता चाहे उखड़े हुए सड़क पर गिरे या मरे इससे ना तो ठेकेदार ना विभागीय अधिकारियों को कोई मतलब उन्हें तो सड़क निर्माण करानी थी जो उन्होंने सड़क बना दी सड़क में चाहे उस सड़क में सौ गड्ढे क्यो ना हो जाए। हम बात कर रहे हैं ऐसे ही एक सड़क की आपको बतादे की जिले में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल, कुछ ही महीनों में डामरीकरण उखड़ने के साथ ही हो गए गड्ढे । जिले में स्तरहीन सड़क बनाने सड़कों के निर्माण के दौरान निर्माण एजेंसियों द्वारा गुणवत्ता को नजरअंदाज करने के कारण निर्माण के साथ ही कुछ महीनो में सड़क जर्जर होने लगती है, सडक निर्माण की योजनाए विभागिय अधिकारी-कर्मचारियों की निष्क्रियता व ठेकेदारों की मनमानी की वजह से निर्माण के चंद महीनों बाद नवनिर्मित सड़कों में जगह-जगह गड्ढे तो कहीं डामर की परते उखड़ने तथा टूट-फूट सामने आते है। एन एच 30 दूधगांव से कचोरा तक 3.275 किलोमीटर लंबाई की सड़क के निर्माण की 24अगस्त 2020 को शुरुआत हुई थी , कुल 137.19 लाख की लागत से बनी है। सड़क का 5 माह तक निर्माण पूर्ण होना था, सड़क के ठेकेदार उत्तम कुमार जैन डीएनके कॉलोनी कोंडागांव द्वारा बनाया गया है।निर्माण के चंद महीनों बाद ही सड़क में लगी डामर की परत जगह जगह उखड़ने लगी है।वही इंजीनियर प्रमोद नेताम का कहना है कि रोड बनकर एक वर्ष हुई है अभी जगह जगह उखड़ी है उसे मरमत करवानी है जैसी डामर प्लांट चालू हो जाएगा एक दो दिनों में मरम्मत करवा लेंगे ।