बस्तर संभाग में भृत्य पद भर्ती में गड़बड़ी, नहीं करेगी बर्दास्त एआईएसएफ -दिनेश मरकाम
कोंडागांव, पत्रिका लुक।
बस्तर संभाग में भृत्य पद भर्ती में गड़बड़ी बर्दास्त नहीं करेगी एआईएसएफ की बात प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से करते हुए एआईएसएफ के प्रदेश महासचिव दिनेश मरकाम ने कहा है कि बस्तर संभाग में भृत्य पद भर्ती में चल रहे गड़बड़ी से अभ्यार्थियों ने 03 मार्च को जिला मुख्यालय के कलेक्टर कार्यालय में पहुंचकर महामहिम राज्यपाल, बस्तर कमिश्नर एवं कलेक्टर कोंडागांव को ज्ञापन सौंपा है, फिर भी मांग पुरी होती नजर नहीं आ रही है। जिससे आक्रोशित अभ्यार्थियों ने 07 मार्च सोमवार को फिर से एनसीसी ग्राउंड से लेकर अनुविभागीय अधिकारी कोंडागांव कार्यालय तक रैली निकालकर भर्ती प्रक्रिया में संशोधन नहीं होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी और रैली के माध्यम से पीसीसी अध्यक्ष व विधायक मोहन मरकाम के निवास कार्यालय में पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लेख किया गया है कि कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित भृत्य पद की भर्ती में लगभग 80 फीसदी ग्रेडिंग अभ्यार्थियों का नाम आया है, जिसमें ग्रेडिंग सभी अभ्यर्थी को 90 प्रतिषत मानकर दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया गया, जिस कारण पुराने परसेंट वाले अभ्यार्थियों के नाम पर कॉल नहीं आया, इस भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बरते जाने के साथ ही भर्ती प्रक्रिया परीक्षा पद्धति से किए जाने व दूसरे जिले के अभ्यार्थियों के आवेदन को पूर्ण रूप से निरस्त किए जाने और इस पद के लिए जितने भी अभ्यार्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं, उनकी सूची जारी किए जाने एवं फर्जी तरीके से निवास प्रमाण पत्र दिव्यांग प्रमाण पत्र अनुभव प्रमाण पत्र बनवाने वाले आवेदक के प्रमाण पत्रों की जांच कर, फर्जी प्रमाण पत्रों को निरस्त किए जाने आदि मांग संबंधित ज्ञापन सौंपा गया है। इस तरह की लापरवाहियों पर या ज्ञापन सौंपने के बाद भी जिला प्रशासन की अनदेखी रवैया की एआईएसएफ घोर निंदा करती है। फर्जी तरीके से भर्ती करना गलत है, इस तरह की गलतियों पर आज एबीवीपी और एनएसयूआई जैसे संगठन मौन साधे हुए हैं। पहले यही संगठन कुछ होने से सामने आ जाते थे और आज मौन साधे बैठे हैं ऐसा क्यों ? कुल मिलाकर अभ्यार्थियों को आंदोलन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, उकसाया जा रहा है। उक्त मामले में अभ्यार्थियों के साथ एआईएसएफ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई को तब तक जारी रखेगी जब तक कि मांग पूरा नहीं होगा। एआईएसएफ शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगार, मजदूर, महंगाई आदि समस्याओं को लेकर लड़ेंगे-जीतेंगे, का नारा लेकर लड़ाई लड़ती है। भृत्य पद भर्ती के अभ्यार्थियों की मांग को जल्दी से जल्दी शासन-प्रशासन पूरी करे, यदि मांग पूरी नहीं हुई तो एआईएसएफ अभ्यार्थियों के साथ प्रदेश भर में आंदोलन करेगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।