रायपुर, बीजापुर में नक्सली मुठभेड़ के बाद पूरे प्रदेश में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को देखते हुए बस्तर संभाग के साथ ही राज्य के सभी नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस और केंद्रीय फोर्स को हाई अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। पड़ोसी राज्यों झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा व तेलंगाना पुलिस को भी सतर्क किया गया है। इन राज्यों लगी सीमा पर भी फोर्स ने चौकसी बढ़ा दी है।
पुलिस अफसरों के अनुसार स्पेशल इंटेलिजेंट ब्यूरो (एसआइबी) को मिले खुफिया इनपुट और पूर्व अनुभव के आधार पर यह अलर्ट जारी किया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) ने केंद्रीय गृह मंत्री के छत्तीसगढ़ में प्रवास के दौरान राजधानी पुलिस को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
वीआइपी के प्रवास के दौरान वारदात की फिराक में रहते हैं नक्सली
पुलिस अफसरों के अनुसार नक्सली एक बड़ी वारदात की सफलता के तुरंत बाद दूसरी घटना को भी अंजाम देने की कोशिश करते हैं। वहीं, बड़े नेताओं के बस्तर प्रवास के दौरान अक्सर नक्सली वारदात की फिराक में रहते हैं। मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत अन्य नेताओं जब भी बस्तर के दौरे पर आते हैं नक्सली वारदात के जरिये अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश करते ही हैं। इसी वजह से यह अलर्ट जारी किया गया है।
वीआइपी दौरा से पहले हमले का इतिहास पुराना
2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल चित्रकोट गई थीं। उनके बस्तर पहुंचने के कुछ घंटे पहले नक्सलियों ने वहां से कुछ किलोमीटर दूर मारडूम में सीआरपीएफ की बोलेरो उड़ा दी, जिसमें दो जवान शहीद हो गए। 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार बीजापुर के प्रवास पर आए थे। उनके दौरे से एक दिन पहले नक्सलियों ने जवानों से भरी बस को बास्र्दी सुरंग विस्फोट कर उड़ा दिया। इसमें दो जवान शहीद हो गए थे। इसी तरह 2015 में मोदी के दंतेवाड़ा दौरे के पहले भी नक्सलियों 200 ग्रामीणों को अगवा करने के साथ कई जगह वारदात की कोशिश की थी।
नक्सली वारदात के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट
– केंद्रीय गृह मंत्री के प्रवास की वजह से बस्तर में हाई अलर्ट
– झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा व तेलंगाना को भी किया सतर्क
– खुफिया इनपुट के बाद राज्य की सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी